________________ चार लाख तिर्यंच पंचेंजिय. चौद लाख मनुष्यना नेद. ए सर्व मली सर्व जीवोनी चोराशी लाख जीवायोनि थाय. सिझना जीवोने देह नथी, आयु नथी, कर्म नथी, प्राण नथी, योनि नथी. ए सिझना जीवोनी सादि अनंत स्थिति जाणवी. HARTRAITREENERRRRRRRRRRRENT इति जीवविचार प्रकरणना / . बूटा बोलो समाप्त. Printed by Ramchandra Yesu Shedge, at the Nirnaya sagar Press, 23, Kolbhat Lane, Bombay. Pablished by Bhanji Daya for Bhimsi Blaneck, 238-240, plandri, Sackgalli, Bombas. - - - माaaspre -