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मनोलीके लेख
२६८-३०० मनोली (जि. बेलगाँव, मैसूर )
कनाड, १२वीं सदी
[ इस लेखकी लिपि १२वीं सदीकी है। यापनीय संघके आचार्य मुनिवल्लिके मुनिचन्द्रदेवकी समाधि कुल्लेयकेतगावुडकी पुत्री गंगेवेद्वारा स्थापित की गयी थी। ये मुनिचन्द्र सिरियादेवी-द्वारा स्थापित बसदिके आचार्य थे।
इसी समयके दूसरे लेखमें मुनिचन्द्रके शिष्य पाल्यकी(ति) देवके समाघिमरणका उल्लेख है । तिथि आश्विन कृ० ५, शुक्रवार, साधा(रण) संवत्सर, ऐसी है।
यहाँके तीसरे लेखमे इसी परम्पराके एक और आचार्यके समाधिमरणका उल्लेख है।
[रि० सा० ए० १९४०-४१ ई० क्र० ६३-६५ १०२४५ ]
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कोलक्कुडि ( जि० मदुरा, मद्रास )
कन्नड, १२वीं सदी समणरमलै पहाड़ीपर पाषाणके दीपस्तम्भके समीप [ इस लेखमे आरियदेव, बेलगुलके मूलसंघके बालचन्द्र देव, नेमिदेव, अजितसेनदेव तथा गोवर्धनदेवका निर्देश है । लिपिके अनुसार यह १२वों सदीका लेख होगा।]
[रि० इ० ए० १९५०-५१ ० २४४ ]