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जैन शिलालेख संग्रह
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कोदि द्वारा ज़मीन गिरवी रखकर २१०० वीररायफण क़र्ज़ प्राप्त करनेका उल्लेख है । इसके ब्याजके रूपमे २८ मुडे चावल देना स्वीकार किया था । इसका उपयोग गेरुसोप्पेकी ललितादेवी द्वारा स्थापित बसदिमें पूजाके लिए होना था । तीसरा भाग मेष १, रविवार, नन्दन संवत्सरके दिनका है । इसमें तीन बन्धुओं द्वारा पार्श्वनाथबस्तिसे कुछ क़र्ज़ लेनेका तथा उसपर कुछ निश्चित रकम ब्याज देनेका उल्लेख है । ]
[रि० स० ए० १९४०-४१ क्र० ए९ ]
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मूडबिदुरे (मैसूर)
कलड
[ इस ताम्रपत्र-लेखमे चारुकीति पण्डितदेव द्वारा निर्मित चण्डोग्र पार्श्वनाथबसदि के लिए कर्नरबलिकं बर्मनन्द तथा उनके बन्धु कुंगिय दान दिये जानेका निर्देश है । लेखको तिथि संवत्सर ऐसी दी है । ]
[रि० स० ए० १९४०-४१ क्र० ए७ ]
बमसेट्टि द्वारा ७० गद्या वृषभ १५, रविवार, दुर्मुखि
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निट्टूर ( मैसूर )
कराड
१ चित्रभानु
२ संवत्सर
४ द शुद्ध ७ गलु स्वर्गस्त = राद निविधि
५ यु सोम
३ द फाल्गुण
६ वार बोम्मण्ण
[ इस निषिधिलेखमे फाल्गुन शु० ८ चित्रभानु संवत्सर के दिन
बोम्मणके समाधिमरणका उल्लेख है । ]
[ ए०रि० मं० १९३० पू० २५७ ]