Book Title: Jain Shila Lekh Sangraha 04
Author(s): Vidyadhar Johrapurkar
Publisher: Manikchand Digambar Jain Granthamala Samiti

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Page 490
________________ १४२ जैनशिलालेख-संग्रह २६६ सम्यकचारित्रयंत्र (धातु ५ इं० ) लेख क्र. ४९ २७० जलयंत्र ( धातु ८ ई.) ले. क्र. २१६ २७१ सम्यग्दर्शनयंत्र ( धातु ५ इं० ) लेख क्र० ५४ २७२ सम्यग्दर्शनयंत्र ( धातु ७ ई.) लेख क्र. " २७३ दशलक्षणयंत्र ( धातु ६ इं० ) लेख क्र. १५ २७४ कलिकुण्डयंत्र ( धातु ७ इं० ) लेख क्र०७३ २७५ सिद्धयंत्र ( धातु ६ इं० ) लेख क्र. ८६ २७६ षोडशकारणयंत्र ( धातु १४ ई० ) लेख क्र० २६३ २७७ दशलक्षणयंत्र (धातु ११ इं० ) लेख क्र. २९३ लेखरहिन मर्तियाँ - सप्तऋषि (धातु ५ से ८०), पार्श्वनाथ ( काला पा० । फु० २ ई०), आदिनाथ (पीला वालुकापाषाण २ फु० २ इं० ) [८] दिगम्बर जैन परवार मन्दिर, इतवारी, नागपुर २७८ शीतलनाथ ( धातु ४३ इं० ) लेख क्र. ५७ २७९ नेमिनाथ (धातु ७ इं.) लेख क्र० २७२ २८० पुष्पदन्त (धातु ५ इं० ) लेख क्र. २५२ २८. पाच नाथ (सफेद पा० ११ इ.) लेख क्र. ३०२ २८२ चन्द्रप्रम (पीला पा०६ ई.) लेख क्र. २२८ २८३ पार्श्वनाथ ( काला पा० ६ ई.) लेख क्र. २२२ २८४ चौबीसी (धातु ५ इ.) लेख क्र. २५३ २८५ पार्श्वनाथ (सफेद पा० ५३ फु०) लेख क्र० २५६ २८६ पार्श्वनाथ ( धातु ६३ ई.) लेख क्र. २४१ ( दो मूर्तियाँ) २८७ आदिनाथ (धातु ६ इ) लेख क्र० २४८ २८८ वासुपूज्य (धातु ६३ इ.) लेख क्र. २४१ २८१ महावीर ( धातु ५ ई.) लेख क्र. २४१

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