Book Title: Jain Shasan Samstha ki Shastriya Sanchalan Paddhati
Author(s): Shankarlal Munot
Publisher: Shankarlal Munot

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Page 8
________________ vill ] श्री जैन शासन संस्था भी बताई है, इसमें २२ स्तूप हैं जिनमें हिन्द अनु वाद सहित शास्त्र पाठ हैं। नवकार मन्दिर- इस नवकार मन्दिर में परम कृपालु गुरुदेव पू. पं. श्री अभर सागरज म. क साधना में स्फूरित विविध नवकार पटों के दर्शन होंगे। पूज्य श्री की साधना के उपकरण दिखेंगे और सुन्दर भोयरा जिसमें जाप हेतु स्वर्णाक्षर नव कार स्थापित होगा। ४. आराधना भवन-६८४ ६८ फीट के हॉल वाला यह अष्ट कोणी उतुंग रमणीय भवन है, इसमें चातुर्मास-दीक्षा-उपधान आदि धर्म कार्य जाहोजलाल पूर्वक संपन्न होंगे। चौदह राजलोक-यह एक अभिनव इमारत है। जो बराबर मनुष्य के आकार के समान होग । ७२ फीट ऊंची इस इमारत में आश्चर्य जनक किन्तु शास्त्रीय विविध दृश्य बताये जावेगे। तलाटी रोड का द्वार-यह आकर्षक प्रवेश द्वार सीधे तलाट के मुख्य मार्ग से दिखेगा। इसके शीर्ष पर लहराती ध्वजा आपको वधा रही है। पधारिये........और निहारिये जंबू द्वीप के विशाल परिसर को ।। विज्ञान भवन-बुद्धि जीवियों के लिये विशेष, यह विज्ञान भवन है। इसमें भूगोल सम्वन्धी ज्वलंत समस्याओं को हल करने को भांति भांति के यंत्र, तर्क संगत जानकारी के भरपूर भण्डार उपलब्ध रहेंगे । मुख्य द्वार-यह जंबू द्वीप के विशाल परिसर में प्रवेश का विराट द्वार होगा जो अद्भुत कलाकृति युक्त होगा। ज्ञान मन्दिर-देश विदेश के बहुमूल्य दुर्लभ हजारों की संख्या में ग्रंथ पुस्तक से भरपूर है ज्ञान भण्डार । इसके निरीक्षण से पूज्य गुरुदेव श्री को संशोधन वृत्ति का परिचय मिलेगा। संपर्क :-श्री वर्धमान जैन पेढ़ी ( जम्बद्वीप ) तलाटी रोड, पालीताणा (गुजरात) Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.com

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