Book Title: Jain Shasan Samstha ki Shastriya Sanchalan Paddhati Author(s): Shankarlal Munot Publisher: Shankarlal Munot View full book textPage 7
________________ - श्री जैन शासन संस्था vil ] २५१) __ कस्तूरचन्दजी हीरालालजी पोरवाड मन्दसौर २५१) इन्दरमलजी रतनलालजी खमेसरा " २५१) " नवलजी चम्पालाल ह.शान्तिलालजी पोरवाड़ " २५१) सागरमलजी जैन " २५१) धनराजजी नानालालजी पोरवाड़ २५१) श्री फर्म कांन्तिलाल अरविंदकुमार मन्दसौर ह. श्री शान्तिलालजी पोरवाड़ २५१) , कुदनजी फुलचंदजी , .. चन्द्रकुमार संघवी २५१) " मांगीलालजो मोतीलालजी मांगीलालजी मच्छी रक्षक २५१) , कारूजी किशनलालजी जवराशा , श्रेयासकुमारजी पोरवाड़ २५०) , दावड़ा सोभागमलजी होरालालजी प्रतापगड़ मनसुखभाई परमानन्द वोरा. इन्दौर २५०) , बचुभाई आत्माराम रामपुरा वाला, २००) , सोमचन्दजी इन्दरमलजी इन्दौर ह. श्री वजेराजजी १०१) , चीपड़ चांदमलजी किशनलालजी, प्रतापगढ़ श्री जंबद्वीप निर्माण योजना के विविध आकर्षण प्रेरक-पूज्य आगमोद्धारक श्री के शिष्यरत्न पू. आ. श्री सूर्योदय सागर सूरिजी म. सा. तथा शासन सुभट पू. उपा. श्री धर्म सागरजी म. सा. के शिष्य पू. पं.श्री अभय सागरजी म. सा. जेंबद्वीप जिनालय-१११ फीट ऊंचे अतिरमणीय इस जिन प्रासाद में ७ हाथ (१० फीट) ऊजी कंचनवौँ श्री महावीर प्रभु और भोयरा में श्यामवर्णी श्री मनोरथ कल्पद्रुम पाव नाथ प्रभु प्रतिमा बीराजमान है ।। २. जंबद्वीप मन्दिर अपनी पृथ्वी केसी ? इसका शास्त्रीय उत्तर इसी हेतु इस जंबू द्वीप को संरचना। इसमें सूर्य/चन्द्र की गति Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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