Book Title: Jagad Guru Hir Nibandh
Author(s): Bhavyanandvijay
Publisher: Hit Satka Gyan Mandir

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Page 80
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir सब तीर्थ स्थान जगद्गुरु श्री मद्विजयहीरसूरिजी महाराज को सपि गये हैं जैसा फरमान अकबर ने लिख कर सूरिजी के कर-कमलों में सादर सविनय समर्पण कर दिया, उस फरमान की नकल यह है। सर्व शक्तिमान परमेश्र जलालुद्दीन । शूरवीर तैमूरशाह का बेटा मोहम्मद अकबर मीरशाह, उसका बेटा सुल्तान बादशाह गाजी का महम्मद मीरजा, उसका बेटा फरमान नं० २ सुल्तान अदु सैयद, उसका बेटा शेख उमर मीरजा, उसका बेटा बाबर बादशाह , उसका बेटा हुमायू बादशाह , उसका बेटा अकबर बादशाह जो दीन और दुनिया का तेज है। - सूबे मालवा, शाहजहानाबाद, लाहोर, मुलतान, अहमदाबाद, अजमेर, मेरठ, गुजरात, बंगाल तथा मेरे ताबे के और सभी मुल्कों में अब जो मौजूद हैं तथा पीछे से जो नियत किये जायं उन सभी सूबेदारों करोडियों और जागीरदारों को सूचित किया जाता है किहमारा कुल इरादा अपनी प्रजा को खुश करने और उसके दिल को राजी रखने का है क्योंकि रईयत का जो मन है सो परमेश्वर की एक बड़ी अनामत है और विशेष करके वृद्धावस्था में मेरा यही इरादा है कि मेरा भला वांचने वाली प्रजा सुखी रहे, तथा हमारा अंतःकरण प्रवित्र हृदय वाले ईश्वर भक्त सज्जनों की खोज में निरन्तर लगा रहता है, इसलिये अपने राज्य में रहे हुए ऐसे साधु पुरुष का जब कभी हम नाम सुनते हैं तो तुरन्त उन्हें बड़े आदर के साथ अपने पास बुलाकर सत्संगति कर आनंद प्राप्त करते हैं। For Private and Personal Use Only

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