Book Title: Agam 18 Jambudivapannatti Uvangsutt 07 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 19
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org - Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १० जंबुदीय पन्नती- २/३२ ओ नाणाविच्छ-गुम-मंडबगसोहियाओ वादीपुक्खरणीदीहियाहि य सुणिवेसिवरम्मजालघरगाओ विचित्तसुहकेउ भूयाओ अभितरपुप्फफलाओ बाहिरप- तच्छण्णाओ पत्तेहि च पुष्फेहि य ओच्छष्णपरिच्छण्णाओ साउफलाओ निरोगयाओ अकंटयाओ सच्चोउयपुप्फफलसमिद्धाओ पिंडिम जाव पासादीया ओ दरिसणिज्जाओ अभिरूवाओ पडिरूवाओ ।२०/-19 (३३) तीसे णं समाए परहे घासे तत्य-तत्य मत्तंगाणाणं दुमगणा पत्रत्ता जहा से चंदप्पम जाव ओछण्णपडिच्छण्णा चिट्ठति एवं जाव अणिगणानामं दुमगणा पत्रत्ता । २१1-20 (३४) तीसे णं भंते समाए घरहे घासे मणुयाणं केरिसए आगारभाव पडोयारे गोयमा तेणं मणुया सुपइट्ठियकुम्मचारुचलणा जाव लक्खण-वंजण-गुणववेया सुजाय-सुविभत्त-संगचंगा पासादीया [दरिसणिज्जा अभिरूवा] पडिरूवा तीसे णं भंते समाए भरहे वासे मणुईणं केरिसए आगारभावपडोयारे पन्नत्ते गोयमा ताओ णं मणूईओ सुजायसव्वंगसुंदरीओ पहाणमहिलागुणेहिं जुत्ताओ अइकंत विसप्पमाणमउय सुकुमाल-कुम्मसंठिय-विसिट्ठचलणाओ उज्जु-मउय-पीवरसुसाहयंगुलीओ अब्भुण्णय- रइय-तलिण तंब सुइ निद्धणक्खा रोमरहिय वट्ट लट्ठसंठिय-अजहण्ण-पसस्थलक्खण-अक्कोप्पजंघजुयला सुणिम्मिय- सुगूढसुजाणू मंसलसुबद्धसंधीओ कयलीखं भाइरेकसंटिय-निव्वण-सुकुमाल - मउय-मंसल अविरलसमसंहियसुजायदट्टपीवरणिरंतरोरू अट्ठावयवीचिपट्टसंठिय-पसत्य - विच्छिण्ण-पिहुलसोणी वयणायामप्पमाणदुगणियविसाल मंसलसुबद्धजहणवरधारिणीओ वज्रविराइय-पसत्यलक्खणनिरोदरा तिवलियवलिय-तणुणमियमज्झियाओ उज्य- सम-सहिय- जचतणु-कसिण- निद्ध- अदेञ्ज - लडह- सुजाय- सुविभत्त-कंत-सोभंत-रुइलरमणिज्जरोमराई गंगावत्त-पयाहिणात्त - तरंगभंगुर - रविकिरण-तरुणयोहिय- आकोसायंतपउम-गंभीरवियडणाभा अणुमड-पसत्थ- पीणकुच्छी सण्णयपासा संगयपासा सुजायपासा मियम - चपीणरइपपासा अकरंडुय-कणगरुचगनिम्मलसुजाय-निरुवहयगायलट्ठी कंचणकल- सप्पमाणसम सहित लट्ठ - चूचुयआमेलग जमलजुयल-बट्टिय-अब्भुण्णयपीणरइपीवरपयो- हराओ भुजंग अणुपुव्वतणुय- गोपुच्छवट्टसम-संहिय-नमिय-आदेज - ललियाबाहा तंबणहा मंसला हत्या पीयरकोमल रंगुलीया निद्धपाणिलेहा रवि-ससि संख-चक्क - सोत्थिय विभत्तसुवि- रइयपाणिहा पीण्णक्ख-वक्ख-वत्थिप्पएसा पडिपुण्णगलकवोला चउरंगुलसुप्पमाण-कंबुरवरिसगीवा मंसल-संठिय-पसत्यहणुगा दाडिमपुष्फष्पगास- पीवरपलंबकुंचियवराधरा सुंदरुत्तरोडा दहिदगरयचंदकुंदवासंतिमउलधवल - अच्छिद्दविमलदसणा रत्तुप्पलपत्त-मउयसुकुमालतालुजीहा कणवीरमउल - अकुडिल अब्युग्गाय उज्जुतुंगणासा सारदणवकमलकुमुयतुवलयविमलदलनियरसरिसलक्खणपसत्थअजिम्हकंतनयणा पत्तल - चवलायंत- तंबलोयगाओ आणामियचावरुइल-किण्हमराइ संगय-सुजाय- भुमगा अल्लीण- पमाणजुत्तस्वणा सुसवणा पीण-मट्ट-गंडलेहा चउरंसपसत्य-समणिडाला कोमुईरयणियर विमलपडिपुन्नसोमवयणा छतुण्णउत्तिमंगा अकविल-सुसिजिद्ध-सुगंधदीहसिरया छत्त- झय - जूय- धूम - दामिणि - कमंडलु- कलस - वाचि - सोत्थिय-पडागजवमच्छ- कुम्प - रहवर -मगरज्झइ- अंक - थाल अंकुस - अट्ठावय-सुपइट्ठग-मयूर - सिरियाभिसेय - तोरण मेम-उदहि-वरभवण- गिरि-वर आयंस- सलीलगय-उसभ-सीह चामरउ - समपसत्यबत्तीसलकखणधरीओ हंससरिसगईओ कोइलमहुरगिरसुस्सराओ कंता सव्यस्स अनुमचाओ ववगयवत्तिपलियं-वंग- दुव्यण-वाहि-दोहग्ग-सोगमुक्का उच्चत्तेणं व नराण थोचूणमुस्सिआओ सभा For Private And Personal Use Only

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