Book Title: Agam 03 Thanam Angsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

View full book text
Previous | Next

Page 27
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir १८ ठाणं - २/३/८८ मंदरस्स पव्ययस्स उत्तरे णं नीलवंताओ वासहरपब्बताओ केसरिदहाओ दहाओ दो महानईओ पवहति तं जहा-सीता चेव नारिकंता घेव एवं-रुप्पीओ वासहरप्पताओ महापोंडरीयद्दहाओ दहाओ दो महानईओ पयहंति तं जहा-नरकंता चेव रुपकला चेव जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्ववस्स दाहिणे णं मरहे वासे दो पवायद्दहा पण्णत्ता-बहुसमतुल्ला तं जहा-गंगप्पवायहहे चेव सिंधुप्पयायद्दहे चेव एवं-हेमयए वासे दो पवायदहा पण्णत्ता-बहुसमतुल्ला तं जहा. रोहियप्पवायहहे चेव रोहियंसप्पवायदहे चेव जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्ववस्स दाहिणे णं हरिवासे वासे दो पवायद्दहा पण्णता दहुसमतुल्ला तं जहा-हरिपवाय(हे चेव हरिकंतप्पवायरहे चेव जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स उत्तर-दाहिणे णं महाविदेहे वासे दो पवायद्दहा पण्णता-बहुसमतुला जाव तं जहा-सीतप्पवायद्दहे चेव सीतोदप्पवायहहे चेव जंदुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्ववस्त उत्तरे णं रम्मए वासे दो पवायदाहा पण्णत्ता बहुसमतुल्ला जाव तं जहानरकंतप्पवायहहे चेव नारिकंतप्पवायइहे चेव एवं-हेरणवते वासे दो पवायद्दहा पण्णताबहुसमतुल्ला जाव तं जहा-सुवण्णकूलप्पवाय(हे चेव रुप्पकूलपवायद्दहे चेव जंबद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्ययस्स उत्तरे णं एरवए वासे दो पवायदहा पण्णत्ता बहुसमतुला जाव तं जहारत्तप्पवायदहे चेव रत्तावईपरायद्दहे चेव जंबुद्दीवे दीवे मंदरस्स पव्वयस्स दाहिणे णं भरहे वासे दो महानईओ पण्णताओ-बहसमतुल्लाओ जाव तं जहा-गंगा चेव सिंधू चेव एवं-जहा पवातदहा एवं नईओ माणियब्वाओ जाव एरवए वासे दो महानईओ पण्णताओ-बहुसमतुल्लाओ जाव तं जहा-रत्ता चेव रत्तावती चेव ।८८1-88 (८९) जंबुद्दीवे दीवे परहेरवएसु वासेसु तीताए उस्सप्पिणीए सुसमदूसमाए समाए दो सागरोवमकोडीओ काले होत्या (जंबुद्दीवे दीये भरहेरवएसु वासेसु इसीसे ओसप्पिणीए सुसमदूसमाए समाए दो सागरोवमकोडाकोडीओ काले पण्णत्ते जंबुद्दीवे दीवे परहेरचएस वासेसु आगमिस्साए उस्सप्पिणीए सुसमदूसमाए समाए दो सागरोवमकोडाकोडीओ काले भविस्सति जंबुद्दीवे दीवे परहेरवएसु वासेसु तीताए उस्सप्पिणीए सुसमाए समाए मणुया दो गाउपाई उड्ढे उच्चत्तेणं होत्या दोणि य पलिओवमाई परमाउं पालइत्या एवमिमीसे ओसप्पिणीए जाव पालइत्या एवमागमेस्साए उस्सप्पिणीए जाव पालयिस्संति जंबुद्दीवे दीवे भरहे. रवएसु यासेसु एगसमये एगजुगे दो अरहंतवंसा उप्पजिंसु वा उप्पझंति वा उप्पजिस्संति वा [जंबुद्दीवे दीवे मरहेरवएसु वासेसु एगसमये एगजुगे दो चक्कवट्टिवंसा उप्पलिंसु वा उप्पजंति वा उप्पजिस्संति वा जंबुद्दीवे दीवे माहेरवएसु वासेसु एगसमये एगजुगे दो दसारवंसा उप्पञ्जिसु वा उप्पजंति वा उप्पजिस्संति वा] जंबुद्दीवे दीवे परहेरचएसु वासेसु एगसमये एगजुगे दो अरहंता उप्पजिसु वा उप्पजंति वा उप्पजिस्संति या [जंबुद्दीवे दीवे भरहेरवएसु वासेसु एगसमये एगजुगे दो चक्कवट्टी उप्पजिंसु या उप्पझंति या उप्पजिस्संति या जंबुद्दीवे दीवे मरहेरवएस वासेस एगसमये एगजुगे दो बलदेवा उप्पजिस वा उप्पजंति वा उपजिस्संति वा जंबुद्दीवे दीवे परहेरवएसु वासेसु एगसमये एगजुगे दो वासुदेवा उप्पज्जिसु या उप्पजंति वा] उप्पजिस्संति वा जंबुद्दीवे दीवे दोसु कुरासु मणुया सपा सुसमसुसममुत्तमं इड्डिं पत्ता पचणुभवमाणा विहरंति तं जहा देयकुराए वेव उत्तरकुराए चेव जंबुद्दीदे दीये दोसु वासेसु मणुया सया सुसमुत्तमं इढि पत्ता पच्चणुभवमाणा विहरंति तं जहा-हरिवासे चेव For Private And Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 25 26 27 28 29 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67 68 69 70 71 72 73 74 75 76 77 78 79 80 81 82 83 84 85 86 87 88 89 90 91 92 93 94 95 96 97 98 99 100 101 102 103 104 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136 137 138 139 140 141 142 143 144 145 146 147 148 149 150 151 152 153 154 155 156 157 158 159 160 161 162 163 164 165 166 167 168 169 170