Book Title: Agam 03 Thanam Angsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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सत्तमं ठाणं
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(६४७) मित्तदामे सुदामे य सुपासे य सयंपमे विमलधोसे सुधोसे य महाधोसे य सत्तमे
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119011-1
(६४८) जंबुद्दीवे भारहे बासे इमीसे ओसप्पिणीए सत्त कुलगरा हुत्या ॥५५६-२1556-2 ( ६४९) पढमित्य विमलवाहण चक्खुम जसमं चउत्थमभिचंदे
जहा १५५६-४१-५५६
तत्तो य पसेणइए मरुदेवे चेव नाभी य
115611-1
( ६५० ) एएसि णं सत्तण्हं कुलगराणं सत्त भारियाओ हुत्था तं जहा १५५६-३1-556-3 (६५१ ) चंदजस चंदकता सुरूव पडिरूव चक्खुकंता य
सिरिकंता मरुदेवी कुलकरइत्यीण नापाई
115811-2
( ६५२ ) जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे आगमिस्साए उस्सप्पिणीए सत्त कुलकरा भविस्संति- १५५६-४-556-4
(६५३) मित्तवाहण सुभोमे य सुप्पथे य सयंपमे
दत्ते सुहुने सुबंधू य आगमिस्सेण होक्खती
112011-1
(६५४) विमलवाहणे णं कुलकरे सत्तविधा रूक्खा उपभोगत्ताए हव्यमागच्छ्सुि तं
-556
१२३
(६५५) मतंगता य भिंगा चित्तंगा चेव होंति चित्तरसा
मणिवंगा व अणिवणा सत्तमगा कप्परूक्खा य
116911-1
( ६५६ ) सत्तविधा दंडनीति पन्नत्ता तं जहा हक्कारे मक्कारे धिक्कारे परिभासे मंडलवंधे चारए छविच्छेदे ॥५५७/
(६५७ ) एगमेगरस णं ण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स सत्त एगिंदियरयणा पन्नता तं जहाचक्करयणे छत्तरयणे चम्मरवणे दंडयरणे असिरयणे मणिरयणे काकणियरणे एगभेगस्स णं रण्णो चाउरंतचक्कवट्टिस्स सत्त पंचिदियरयणा पन्नता तं जहा - सेनावतिरयणे गाहावतिरवणे बड्ढइरयणे पुरोहितरवणे इत्थिरयणे आसरयणे हत्थरयणे ।५५८1-558
(६५८ ) सत्तहिं ठाणेहिं ओगाढं दुस्समं जाणेज्जा तं जहा - अकाले वरिसइ काले न वरिसइ असाधू पुर्ज्जति साधू न पुचंति गुरूहिं जणो मिच्छ्रं पडिवण्णो मणोदुहता व दुहता सत्तर्हि ठाणेहिं ओगाढं सुसमं जाणेज्जा तं जहा अकाले न वरिसइ काले वरिसइ असाधू न पुति साधू पुत्रंति गुरुहिं जणो सम्मं पडिवण्णो मणोसुहता वडसुहता ॥ ५५९/-559
( ६५९ ) सत्तविहा संसारसभावण्णगा जीबा पन्नत्ता तं जहा -नेरइया तिरिक्खजोणिया तिरिक्खजोणिणीओ मणुस्सा मणुस्सीओ देवा देवीओ 1५६०1-560 (६६०) सत्तविधे आउभेदे पण्णत्ते तं जहा । ५६१ | -561 (६६१) अज्झवसाण-निमित्ते आहारे वेयणा पराधाते
फासे आणापाणू सत्तविधं मिलए आउं
(६६२ ) सत्तविधा सव्वजीवा पन्नत्ता तं जहा पुढविकाइया आउकाइया तेउकाइया वाउकाइया वणस्सतिकाइया तसकाइया अकाइया अहवा सत्तविहा सव्वजीवा पन्नत्ता तं जहा - कण्हलेसा [नीललेसा काउलेसा तेउलेसा पहलेसा] सुकूकलेसा अलेसा १५६२/- 562
(६६३) बंभदते णं राया चाउरंतचक्कवट्टी सत्त धणूई उडूढं उच्चत्तेणं सत्त य
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