Book Title: Agam 03 Thanam Angsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan
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३/४/२३७
अभिजुंजिव अभिभवंति नो से परिस्सहे अभिजुंजिय- अभिजुंजिय] अभिभवति तओ ठाणा वयसियस्स हिताए सुभाए खमाए निस्सेसाए आणुगामियत्ताए भवंति तं जहा से णं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए निग्गंधे पाववणें निस्संकिते [ निक्कंखिते निव्वितिगिच्छते] नो भेदसमावण्णे नो कलुससपावण्णे निग्गंथं पावयणं सद्दहत्ति पत्तियति रोएति से परिस्सहे अभिजुंजिय- अभिजुंजिय अभिभवति नो तं परिस्सहा अभिजुंजिय-अभिजुंजिय अभिभवंति से णं मुंडे भवित्ता अगाराओ अजगारियं पव्वइए समाणे पंचहिं महव्वएहिं निस्संकिए निक्कंखिए [निव्वितिगिच्छिते नो भेदसमावण्णे नो कलुससमावण्णे पंच महत्व - ताई सद्दहति पत्तियति रोएति से ] परिस्सहे अभिजुंजिय- अभिजुंजिय अभिभवइ नो तं परिस्सहा अभिजुंजिय- अभिजुंजिय अभिभवंति से णं मुंडे भवित्ता अगाराओ अपगारिय पव्वइए छहिं जीवणिकाएहिं निस्संकिते [निक्कंखिते निव्वितिगिच्छते नो भेदसमावण्णे नो कलुससमावणे छ जीवणिकाए सद्दहति पत्तियति रोएति से । परिस्सहे अभिजुंजिय- अभजुंजिव अभिभवति नो तं परिस्सहा अभिजुंजिय-अभिजुंजिय अभिभवंति । २२३1-223
(२३८) एगमेगा णं पुढवी तिहिं बतएहिं सव्वओ समंता संपरिक्खित्ता तं जहा घणोदधिवलएणं घग्णवातवलएणं तणुवायवलएणं । २२४ ।-224
( २३९) नेरइया णं उक्कोसेणं तिसमइएणं विग्गहेणं उवनंति एर्गिदियवज्रं जाव वेमाणियाणं | 2241-225
-
( २४०) खीणमोहस्स णं अरहओ तओ कम्मंसा जुगवं खिति तं जहानाणावरणिजं दंसणावरणिज्जं अंतराइयं । २२६ - 226
(२४१) अभिईनक्खत्ते तितारे पण्णत्ते एवं सवणे अस्तिणी भरणी गमसिरे पूसे जेड्डा
२२७/-227
( २४२) धम्माओ णं अरहाओ संतो अरहा तिहिं सागरोवमेहिं तिचउष्मागपलिओवमऊणएहिं वीतिक्कंतेहिं समुप्पण्णे । २२८/- 228
(२४३) समणस्स णं भगवओ महावीरस्स जाव तच्चाओ पुरिसजुगाओ जुगत करभूमी मल्ली णं अरहा तिहिं पुरिससएहिं सद्धिं मुंडे वित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए पासे णं अरहा तिहिं पुरिससएहिं सद्धिं मुंडे पवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए ।२२९1-229 ( २४४) समणस्स णं भगवतो महावीरस्स तिष्णि सया चउद्दसपुब्बीणं अजिणाणं जिणसंकासाणं सव्वक्खरसण्णिवातीणं जिणा जिणाणं इव अवितहं वागरमाणाणं उक्कोसिया चउद्दसपुव्विसंपया हुत्था ॥२३०/-230
( २४५) तओ तित्थयरा चक्कवट्टी होत्था तं जहा संती कंयु अरो ।२३१1-231
( २४६ ) तओ गेविज - विमाण-पत्यडा पन्नत्ता तं जहा - हेडिम - गेविज विमाणं पत्थडे मज्झिम- गेविज विमाण - पत्थडे उवरिम - गेविज - विमाण - पत्थडे, हिट्ठिम- गेविज - विमाणपत्थडे तिविहे पण्णत्ते तं जहा-हेट्टिम-हेट्ठिमगेविज विमाण-पत्थडे, हेट्ठिम-मज्झिम- गेविज्जविमाण पत्यडे हेट्टिट्ठ-उवरिम - गेविज विमाण-पत्थडे मज्झिम- गेविज विमाण- पत्थडे तिविहे पण्णत्ते तं जहा-मज्झिम- हेट्टिम - गेविज विमाण-पत्थडे मज्झिम-मज्झिम- गेविज विमाणपत्थडे मज्झिम- उबरिम- गेविज विमाण-पत्थडे, उवरिम- गेविज विमाण-पत्थडे तिविहे पण्ण
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