Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 04
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan

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Page 13
________________ आरः ऋ - 3,42.j क्रुध् - 4,52. गुस्से थj आरम् आराव आराम अक्रुधम् अक्रुधाव अक्रुधाम आरतम् आरत अक्रुधः अक्रुधतम् अक्रुधत आरत् आरताम् आरन् अक्रुधत् अक्रुधताम् अक्रुधन् ___ऋध् - 4,52. वृद्धिथवी क्लम् - 1,4,52.6 थवो आर्धम् आर्धाव आर्धाम अक्लमम् अक्लमाव अक्लमाम आर्ध: आर्धतम् आर्धत अक्लम: अक्लमतम् अक्लमत आर्धत् आर्धताम् . आर्धन् अक्लमत् अक्लमताम् अक्लमन् ... कुप् - 4,52. गुस्से थj क्लृप् - 1,52. समर्थ हो अकुपम् अकुपाव अकुपाम | अक्लृपम् अक्लृपाव अक्लृपाम अकुप: अकुपतम् अकुपत अक्लृपः / अक्लृपतम् अक्लृपत ' अकुपत् अकुपताम् अकुपन् अक्लृपत् / अक्लृपताम् अक्लृपन् कृश् - 4,52. हुof ej | अक्लृप्त,अकल्पिष्ट अकृशम् अकृशाव अकृशाम | क्लिद् - 4, 52. भानुं यj अकृश: अकृशतम् अकृशत | अक्लिदम् अक्लिदाव अक्लिदाम अकृशत् अकृशताम् अकृशन् अक्लिदः अक्लिदतम् अक्लिदत REATohu संस्कृत धातु उपापली मni-EXAXEXXEX Kx.

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