Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 04
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan

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Page 43
________________ अभित्थाः अभित्साथाम् अभिद्ध्वम् अभित्त अभित्साताम अभित्सत ___ मन् - 4, मा. मनन रj अमंस अमंस्वहि अमंस्महि अमंस्था: अमंसाथाम् अमंध्वम् अमंस्त अमंसाताम् अमंसत मा- 3,मा.म अमासि अमास्वहि अमास्महि अमास्थाः अमासाथाम् अमाध्वम् अमास्त अमासाताम् अमासत मि - ५,मा. ईऽj अमासि अमास्वहि अमास्महि अमास्थाः अमासाथाम् अमाध्वम् अमास्त अमासाताम् अमासत / मुच् - 6, मा. छोsg अमुक्षि अमुक्ष्वहि अमुक्ष्महि अमुक्था: अमुक्षाथाम् अमुग्ध्वम् अमुक्त अमुक्षाताम् अमुक्षत मृज् - 2, 52. साई 52j अमाक्षम् अमावं अमार्म अमाीः अमाष्टम् अमार्ट अमाक्षीत् अमाष्र्टाम् अमाष्टुंः मृश् - 6,52. वियार 5रवो. अमाक्षम् / अमाव॑ / अमाधर्म / अम्राक्षम् / अम्राक्ष्व / अम्राक्ष्म , अमाक्षी: / अमाष्टम् / अमाष्ट अम्राक्षी: / अम्राष्टम् / अम्राष्ट अमार्षीत् / अमाष्र्टाम्। अमा H अम्राक्षीत् | अम्राष्टाम् | अम्राक्षुः /

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