Book Title: Subodh Sanskrit Dhatu Rupavali Part 04
Author(s): Rajesh Jain
Publisher: Tattvatrai Prakashan
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________________ अक्लिक्षः अक्लिक्षतम् अक्लिक्षत अघृक्षथा: अघृक्षाथाम् अघृक्षध्वम् अक्लिक्षत् अक्लिक्षताम् अक्लिक्षन् / अघृक्षत अघृक्षाताम् अघृक्षन्त गुह् - 1, 6. संताsj दिश् - 6, 6. थींध પરપદ પરમેપદ अघुक्षम् अघुक्षाव अघुक्षाम अदिक्षम् अदिक्षाव अदिक्षाम अघुक्षः अघुक्षतम् अघुक्षत अदिक्षः अदिक्षतम् अदिक्षत अघुक्षत् अघुक्षताम् अघुक्षन् अदिक्षत् अदिक्षताम् अदिक्षन् આત્મપદ આત્મપદ अघुक्षि अघुक्षावहि / अघुक्षामहि अदिक्षि अदिक्षावहि अदिक्षामहि अगुह्वहि / अदिक्षथा: अदिक्षाथाम् अदिक्षध्वम् अघुक्षथा: / अघुक्षाथाम् . अघुक्षध्वम् / | अदिक्षत अदिक्षाताम् अद्विक्षन्त अगूढाः / अघुवम् // दिह - 2, 6. Buयय 52वो अघुक्षाताम् अघुक्षन्त પરમૈપદ अमूढ / अधिक्षम् अधिक्षाव अधिक्षाम गृह - १,मा. अधिक्ष: अधिक्षतम् अधिक्षत अक्षि अघृक्षावहि अघृक्षामहि | अधिक्षत् अधिक्षताम् अधिक्षन् अघुक्षत / अघुदाता

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