Book Title: Shravak Ke Char Shiksha Vrat Author(s): Balchand Shreeshrimal Publisher: Sadhumargi Jain View full book textPage 8
________________ 器 <器 <柴<<>>器 <驗》 《激 कागज और छपाई की लागत के हिसाब से इस पुस्तक का मूल्य छः आने होता है किन्तु देशनोक (बीकानेर) निवासी श्रीमान् सेठ सुगनचन्दजी अबीरचन्दजी साहिब भूरा सर्व साधारण लाभ उठा सकें, इस हेतु इसकी कमी अपनी तरफ से देकर अर्द्ध-मूल्य तीन पाने में वितरण कराई है। MOKSHAKEEDOHOKee Shree Sudharmaswami Gyanbhandar-Umara, Surat www.umaragyanbhandar.comPage Navigation
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