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पाठ 26
शब्द
आक्रोशति-चिल्लाता है। गर्जति-(वह) गरजता है। गर्जामि-गरजता हूँ। बाढम्-निश्चय से। वलयम्-गोल। उपधिः-स्टूल। तूष्णीम्-चुपचाप।
पुरी-नगर, शहर। गर्जसि-(तू) गरजता है। कीदृशम्-कैसा। महिषः-भैंसा। अङ्गनम्-आंगन। घटिका-घटिका।
शूकरः-सूअर। वाक्य
1. वने सिंहः गर्जति, ग्रामे शूकरः गर्जति-वन में शेर गरजता है, ग्राम में सूअर ___ गरजता है। 2. त्वं वृथा किमर्थं गर्जसि-तू व्यर्थ क्यों गरजता है ? 3. आकाशे मेघः अधुना गर्जति-अब आकाश में मेघ गरजता है। 4. उद्याने सिंहः सायंप्रातः च गर्जति-बाग़ में शेर सायंकाल तथा प्रातःकाल गरजता
5. यदि त्वं तत्र न गमिष्यसि तर्हि तत् कथं ज्ञास्यसि-अगर तू वहाँ न जाएगा __तो उसे कैसे जानेगा ? 6. त्वम् इदानीमेव' औषधालयं गच्छ औषधं च आनय-तू अभी दवाखाने जा और
दवा ले आ। 7. यदि त्वं मुद्गौदनं भक्षयिष्यसि तर्हि स्वस्थः भविष्यसि-अगर तू खिचड़ी खाएगा
तो अच्छा हो जाएगा। 8. सः दुग्धम् अपूपं च भक्षयितुमिच्छति-वह दूध और पेड़ा खाना चाहता है। 9. सिंहः कदापि अन्नं न भक्षयति-शेर कभी अन्न नहीं खाता। 10. अहम् इदानीमेव स्नात्वा शीघ्रमागमिष्यामि'-मैं अभी स्नान करके जल्दी आऊँगा। 11. शुद्धं धौतं वस्त्रं देहि-शुद्ध धोया हुआ वस्त्र दे।
80] 1. इदानीम् एव। 2. भक्षयितुम् इच्छति। 3. शीघ्रम् आगमिष्यामि।