Book Title: Sanskrit Swayam Shikshak
Author(s): Shripad Damodar Satvalekar
Publisher: Rajpal and Sons

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Page 314
________________ प्रथम पुरुष मध्यम पुरुष उत्तम पुरुष अपचत् अपचः अपचम् पच-पकाना अपचताम् अपचतम् अपचाव अपचन् अपचत अपचाम पत्-गिरना प्रथम पुरुष अपतत् अपतताम् अपतन् मध्यम पुरुष अपतः अपततम् अपतत उत्तम पुरुष अपतम् अपताव अपताम इन रूपों को समझकर आप भूतकाल के रूप बना सकते हैं। धातु। प्रथम गण। परस्मैपद। 1. स (सर) गतौ-(सरकना)-सरति, सरिष्यति, असरत्, असरम्। 2. स्खल-संचलने। (फिसलना)-स्खलति, स्खलिष्यति। 3. स्तन्-शब्दे।-(गड़गड़ाना)-स्तनति, स्तनिष्यति, अस्तनत् अस्तनम्। 4. स्था (तिष्ठ)-गतिनिवृत्तौ।-(ठहरना) तिष्ठति, तिष्ठसि, स्थास्यति, स्थाष्यसि, स्थास्यामि। अतिष्ठतु, अतिष्ठः, अतिष्ठम्। 5. स्मृ (स्मर)-चिन्तायाम्।-(स्मरण करना)-स्मरति, स्मरामि। स्मरिष्यति, स्मरिष्यामि। अस्मरत्, अस्मरः, अस्मरम् । 6. हस्-हसने-(हँसना) हसति। हसिष्यति। अहसत्, अहसः, अहसम्। 7. (हर)-हरणे (हरण करना) हरति, हरसि, हरामि। हरिष्यति, हरिष्यामि । अहरत्, . अहरः, अहरम्। 8. हलस्-शब्दे-(बोलना) हलसति,-हलसिष्यति, अलसत्। वाक्य 1. स दूरं सरति। वह दूर सरकता है। 2. अहं तत्राऽस्खलम्। मैं वहाँ फिसला। 3. मेघः स्तनिष्यति। बादल गरजेगा। 4. अहं तत्राऽतिष्ठम्। मैं वहाँ खड़ा था। 5. तौ तत्राऽतिष्ठताम्। वे दो वहाँ खड़े थे। 6. वयम् अत्र अतिष्ठाम्। हम यहाँ खड़े रहते हैं। 7. त्वं तत्काव्यं स्मरसि किम् ? क्या तू उस काव्य को याद करता है ? 8. अहं न स्मरामि। मुझे याद तक नहीं।

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