Book Title: Sanskrit Swayam Shikshak
Author(s): Shripad Damodar Satvalekar
Publisher: Rajpal and Sons

View full book text
Previous | Next

Page 348
________________ आत्मनेपद। भूतकाल ऐशाताम् ऐशत ऐष्टाः ऐशाथाम् ऐड्ढ्व म ऐशि ऐश्महि चक्ष (व्यक्तायां वाचि) = बोलना आत्मनेपद। वर्तमान काल ऐश्वहि BE चक्षाथे चक्षाते चक्षते चड्ड्वे चक्ष्वहे चक्ष्महे आत्मनेपद। भविष्यकाल चक्ष धातु के लिए 'ख्या' आदेश होता है। स्मरण रखना चाहिए। ख्यास्यते ख्यास्येते ख्यास्यन्ते ख्यास्यसे . ख्यास्येथे ख्यास्यध्वे ख्यास्ये ख्यास्यावहे ख्यास्यामहे आत्मनेपद। भूतकाल ___timit अचष्ट अचष्टा अचक्षि अचक्षाताम् अचक्षाथाम् अचक्ष्वहि अचक्षत अचड्ढ्वम् अचक्ष्महि जागृ (निद्राक्षये) = जागना परस्मैपद। वर्तमान काल जागर्ति जागर्षि जागृतः जागृथः जागृवः जाग्रति जागृथ जागृमः जागर्मि

Loading...

Page Navigation
1 ... 346 347 348 349 350 351 352 353 354 355 356 357 358 359 360 361 362 363 364 365 366