Book Title: Sambodhi 2009 Vol 32
Author(s): J B Shah, K M patel
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 121
________________ Vol. XXXII, 2009 पथ प्रदर्शक-महाराजा सूरजमल 115 115 सन्दर्भ : ____ १. स्वरूप सम्पति भण्डारी - भारत के देशी राज्य, जयपुर, १९२७, पृ. सं. ११. २. भाऊसिंध तिहिवंश में, प्रगट्य सिनसिन वार । पग जाके परसत रहे, अनगन भूमि भतार ॥४॥ ता भाऊ के प्रकट हुब, बदनसिंघ बड़ भाल । ब्रज मण्डल को राज सब दीनों जाहि गुपाल ॥७॥ सोमनाथ, शशिनाथ विनोद, प्रा. लि. १७५६ ई.। ३. सोमनाथ, माधव विनोद पृ. सं. ९; अखैराम, सिंहासन बत्तीसी । ४. मोतीराम द्वारा लिखित सुजान चरित्र दिल्ली संग्रहालय में सुरक्षित तथा भरतपुर क्षेत्रीय प्राप्त चित्रण सामग्री व ग्रन्थों के आधार पर । ५. उपेन्द्र नाथ शर्मा – जाटों का नवीन इतिहास, वृजेन्द्र बहादुर महाराजा सूरजमल जाट, जयपुर, पृ. स. ४८० एवं कानूनगो, पृ. सं. ६५. ६. वही. ७. सूदन एवं स्वरूप सम्पत्ति भण्डारी – भारत के देशी राज्य, जयपुर, १९२७, पृ. सं. ११ एवं कानूनगो, __ पृ. सं. ६५. ८. के. डी. बाजपेयी, ब्रज का इतिहास, प्रथम भागा. पृ. सं. ३-४. ९. उपेन्द्र नाथ शर्मा- जाटों का नवीन इतिहास, वृजेन्द्र बहादूर महाराजा सूरजमल जाट, जयपुर, पृ. सं. १५६. १०. मोती लाल गुप्त- मत्स्य प्रदेश की हिन्दी-साहित्य को देन, जोधपुर, १९६२, पृ. सं. १२. ११. वासुदेव शरण अग्रवाल-ब्रज का सांस्कृतिक इतिहास, मथुरा, १९६६, पृ. सं. २३५ एवं २५५ एवं ___ मोती लाल गुप्त - मत्स्य प्रदेश की हिन्दी-साहित्य को देन, जोधपुर, १९६२, पृ. सं. २९.. १२. उपेन्द्र नाथ शर्मा – जाटों का नवीन इतिहास, वृजेन्द्र बहादूर महाराजा सूरजमल जाट, जयपुर, पृ. सं. ३६९ एवं कानूनगो, पृ. सं. १२४-१२५. १३. वासुदेव शरण अग्रवाल, ब्रज का सांस्कृतिक इतिहास, मथुरा, १९६६, पृ. सं. २४०. १४. सत्येन्द्र - बज साहित्य का इतिहास, पृ. सं. ३९४. १५. मोती लाल गुप्त- मत्स्य प्रदेश की हिन्दी-साहित्य को देन, जोधपुर, १९६२, पृ. सं. २९, २०५, २०७. १६. वही, पृ. सं. २९, १०५. १७. वही, पृ. सं. १०५, १०६. १८. वही, पृ. सं. १०८. १९. वही, पृ. सं. १०६, १०८ एवं प्रभुदयाल मित्तल-बृज के धर्म सम्प्रदायों का इतिहास, मथुरा, १९६८,

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