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लोककथा अध्ययमनी ऐतिहासिक भौगोलिक पद्धति १५ सकेत दर्शाये छे-ए वधु ज्ञानदायक बनशे. वेस्सेल्स्की आ आंतरसबंधन पति मूल्य के छे ए वात साची, पण कथाना अन्वेषके एनो उपेक्षा पण न करवी जोईए.
युरोप-एशियामां प्रचलित कथा ओर्नु परतुं संशोधन थतुं मथी.
साहिस्थिक आंतर-संबंध अने मौखिक परम्परामा प्रसारणमा एक साथे एवा अभ्यासनी संचास्ना करवी जरूरी छे के जे ते अभ्यासक संशोधन करो शके. भावी कथाना अभ्यासकने घणीवार एम पण लागे छे के जो एक पण मौखिक रूपान्तर न होत अथवा तो ते सर्व मौखिक रूपान्तरो होत तो तेर्नु कार्य केटल सरळ बनी जात ? जो एकी वास्तविक कथा सांपडे के जेने सदन्तर साहित्यिक रूपान्तर न होय तो ते ऐतिहासिक-भौगोलिक पद्धतिनी मात्र मौखिक परम्परानी माजुनी यथार्थता केटली ते अंगे शु काई कह। शक्यो न होत' मा संदर्भमा उत्तर अमेरिकाना लोको जेवा लोकोनी कथाओ अभ्यास अंगे उत्तम तक पूरी पाछे एम छे. एमांनी केटलोक दा त. 'धो स्टार हसबन्ड' [The star husband] तो समग्रा खंडमा प्रसारण पामी छे, अने केटलाक खास स्थानिक विकसित स्वरूपमा देखा दे छे. घनिष्ठ अभ्यास करवा अंगे आवश्यक रूपान्तरो पर्याप्त प्रमाणमा पूरा पाडे एवं आ कथाओर्नु संकुल स्वरूप छे. जेनो आ प्रमाणे अभ्यास थई शके एवी लगभग २० के ३० अमेरिकन इन्डियन कथाओ प्राप्त थाय छे. कळी माज पर्यन्त आ रीते जे कथामोनी अन्वेषणा थई छे, ते ऐतिहासिक भौगोलिक पद्धतिने सामान्य रीते उचित ठरावे छे.
मा पद्धति अंगे जे टोका थई छे ते बस्तु न एनी सुधारणा करवामां सहायभूत बनी छे. खास करीने साहित्यिक रूपान्तरोना महत्त्व पर भार मूकवानी तथा आखरी मूळ स्वरूपनी रचना पूर्वे खास स्थानिक स्वरूपनतः स्थापनानी बाबत घणी टीकामोनो भोग बनी छे. मा पद्धतिनो, विकास थयो ते पूर्वे घणी सारी कथाओंनो अभ्यास थयो हलो. लेम' छतां ते मची प्रगतिनु प्रतिनिधित्व दर्शावे छे. अने भावि संशोधनः एना कला-कसब पल्केनी सुधारणा करवान चाल राखशे पण तेनो त्याग करशे नहीं के एना बदले अन्यने अपनावशे नहीं एम चोक्कस लागे छे.
ऐतिहासिक-भौगोलिक पद्धतिर्नु सस्करण थया पूर्वे लोककथानो थयेको तुलनात्मक अभ्यास एक बे बाबतमां कईक न्यूनता दर्शाव छ जेमके, मिस कोक्सार्नु