Book Title: Rajvidya
Author(s): Balbramhachari Yogiraj
Publisher: Balbramhachari Yogiraj

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Page 8
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir त ॥ श्री॥ समर्पण पत्र । मेजर हिज हाइनेस राज राजेश्वर महाराजाधिराज महाराजाजी श्री श्री १०८ श्री उम्मेदसिंहजी साहिक बहादुर के० सी० पी० मो,० के० सी० एस० माइ, जी० सी० भाइ० इ०. मारवाड (जोधपुर) १-हे भगवन आपके तप तेज प्रताप सदाचार और सुभ गुणों के कारण ही सारे देश में स्वस्ति सुख शान्ति स्थिति निर्विघ्नता के साथ छा रही है । कोइ भी किसी पर किसी प्रकार से अत्याचार नहीं कर सकता, सारी आपते शान्त हो रही हैं। उत्तमोत्तम कार्य उन्नति के सम्बन्ध में हो रहे हैं, प्रजा गणों For Private And Personal Use Only

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