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श्री राजारामजी
श्री ताराचन्द
३
सेठ श्री पूनमचन्दजी गलिया
श्री सोहनराजजी
श्री मगर चन्दजी 1
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श्री मुकनचन्दजी अपने भाई के लड़के श्री मुम्नचन्दजी को गोद लिया
श्री इस्तीमलजी श्री वसतपुयरवाई
था माणेकलालजी
श्री मोहनराजजी I (१) पाच पोत्र (२) तिन पात्रीयां (३) एक पौन
थो मदनलालजी 1 श्री सज्जनकुपरवाई