Book Title: Pragnapana Sutra Part 01
Author(s): Nemichand Banthiya, Parasmal Chandaliya
Publisher: Akhil Bharatiya Sudharm Jain Sanskruti Rakshak Sangh

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Page 10
________________ विषयानुक्रमणिका प्रज्ञापना सूत्र क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या १. प्रस्तावना १|१३. चतुरिन्द्रिय जीव प्रज्ञापना ९१ २. मंगलाचरण ८/१४. पंचेन्द्रिय जीव प्रज्ञापना ३. प्रज्ञापना का विषय १४ १. नैरयिक जीव २. तिर्यंच पंचेन्द्रिय जीव प्रथम प्रज्ञापना पद . १७-१५ ३. मनुष्य जीव ११० ४. अजीव प्रज्ञापना ४. देव जीव १४५ ५. अरूपी अजीव प्रज्ञापना दूसरा स्थान पद १५१-२७० ६. रूपी अजीव प्रज्ञापना ७. जीव प्रज्ञापना ३९ | १. पृथ्वीकाय-स्थान १५१ असंसार समापन्न जीव प्रज्ञापना ४० २. अपकाय-स्थान १५६ ९. संसार समापन्न जीव प्रज्ञापना ४५/३. तेजस्काय-स्थान १५९ १०. एकेन्द्रिय संसार समापन्न जीव प्रज्ञापना ४५/४. वायुकाय-स्थान १६५ १. पृथ्वीकायिक जीव प्रज्ञापना ४६/५. वनस्पतिकाय-स्थान १६७ २. अपकायिक जीव प्रज्ञापना ५२ ६. बेइन्द्रिय-स्थान १६९ ३. तेजस्कायिक जीव प्रज्ञापना ५३ |७. तेइन्द्रिय-स्थान १७० ४. वायुकायिक जीव प्रज्ञापना ५७/८. चउरिन्द्रिय-स्थान १७१ ५. वनस्पतिकायिक जीव प्रज्ञापना ५८/९. पंचेन्द्रिय-स्थान १७२ ११. बेइन्द्रिय जीव प्रज्ञापना १. नैरयिक स्थान १७३ १२. तेइन्द्रिय जीव प्रज्ञापना २. पंचेन्द्रिय तिर्यंच योनिक स्थान १८६ Jain Education International For Personal & Private Use Only www.jainelibrary.org

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