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संकेत
रन्थ का नाम
संस्करण आदि
जिसके अंक दिए गए हैं वह
गाथा
नव
नवतत्त्वप्रकरण
१ प्रात्मानन्द-जैन-सभा, भावनगर २ पाद्य-जैन-धर्म-प्रवर्तक-सभा, अहमदाबाद, १९०६
नाट
निचू
नाटकीयप्राकृतशब्दसूची निशीथचूर्णि निरयावलीसूत्र
उद्देश वर्ग, अध्य०
निसा निसी पउम पउम पंच
निशाविरामकुलक निशोथसूत्र पउमचरित्र पउमचरिय पंचसंग्रह
हस्तलिखित १ हस्तलिखित
२ भागमोदय-समिति, बम्बई, १९२२ + हस्तलिखित हस्तलिखित जैन-धर्म-प्रसारक-सभा, भावनगर, प्रथमावृत्ति प्राकृत-ग्रंथ-परिषद्, वाराणसी-५ १ हस्तलिखित २ जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर, १६१६ हस्तलिखित
गाथा उद्देश पर्व, गाथा
द्वार, गाथा
पंचभा पंचव पंचा
पंचासक
पंचकल्पभाष्य पंचवस्तु पंचासकप्रकरण पंचकल्पचूणि पंचनिन्थीप्रकरण पंचरात्र पंचसूत्र
जैन-धर्म-प्रसारक सभा, भावनगर, प्रथमावृत्ति हस्तलिखित प्रात्मानन्द-जैन सभा, भावनगर, संवत् १९७४ त्रिवेन्द्र संस्कृत-सिरीज हस्तलिखित
गाथा
"
सेंट्रल लाइब्रेरी, बड़ोदा में स्थित एक मुखपृष्ठ-हीन पुस्तक से गृहीत, जिसके पूर्व भाग में क्रमदीश्वर का प्राकृत व्याकरण और उत्तर भागमें 'प्राकृताभिधानम्' शीर्षक से कतिपय ग्रंथों से उद्धृत प्राकृत शब्दों की एक छोटी सी गूची छपी हुई है। इस सूची में उन ग्रंथों के जो संक्षिप्त नाम और पृष्ठाङ्क दिए गये हैं वे ही नाम तथा पृष्ठाङ्क ज्यों के त्यों प्रस्तुत कोष में भी यथास्थान 'नाट' के बाद रखे गये हैं। उक्त पुस्तक में उन ग्रंथों के संक्षिप्त नामों तथा संस्करणों का विवरण इस तरह है;मालती
मालतीमाधवम् Calcutta Edition of 1830 चैत , चैतन्यचन्द्रोदयम्
1854 विक्र विक्रमोर्वशी
1830 साहित्य
साहित्यदर्पण Edition of Asiatic Society उत्तर
उत्तररामचरित Calcutta Edition of 1831 रत्ना रत्नावली
1832 मृच्छ मृच्छकटिक
1832 प्राप
प्राकृतप्रकाश Mr. Corell's Edition of 1854 शकुन्तला
Calcutta Edition of 1840 मालवि
मालविकाग्निमित्र Tulberg's Edition of 1850
देगिसंहार Muktaram's Edition of 1855 पान
संक्षिप्तसारस्य प्राकृताध्यायः महावी
महावीरचरितम् Trithen's Edition of 1848 पिंग पिंगलः
Ms. . +श्रद्धेय के.प्रे. मोदी द्वारा प्रास ।
श
वेणि
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