Book Title: Nemirangratnakar Chand
Author(s): Shivlal Jesalpura
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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________________ ||ngolgीधीतरागायनम:||समची श्रीमारदामा दोनिर्वावधबंधुरंधीरंगनाकगनिधारामारक्षमारदयाकरदेवीकृिपया कमविश्वदेवामागूसुनिसहानदेवादरनिरिकीनवसाहिवह बोली मेहत्तीमायाक चीयाजणकरजीमायावहाउस | Bसंज्ञक प्रति। गनमायाप्रवगुण अननगमाया॥३॥ॐनमापकता पूनिमशशिरपरिफलकनापयघमघमघुघरघमकताहमगमशिनासरचम कनापाचावयचकनीAMARHamकरवरघरकारकमखिEAPाकानउसमन्वयारकनिकरहिआगीसाMil. वाला153.करमानामनिया232बदरकहपारिवीकोनमधशतवसासरसानेबानासुरनारकिरगaिil नदीचीअविरवाMEnasनाणदहापरावसहाकहासुपरिपारानवसागरतरिवापातकहारवाकावहारमबारकचियाकka यानवियराममनिप्रतियादेशानिननवनवगनगा सविगतनपने मिजिदः॥ 2वीसरसानमनसुदेशका हिसुकविता |३चारदिरागसुलनामामारकेराापोषिमनानासारापEnकवितकातक होसहवागाकरितamgणलाबनजागशसोश्कक्निजि समनोविजनलागूERSणादेवीवरच कागहरपशवमपिशरिपरिषाकवाकविताबरन चाहासाइकविन कहानी गायिकरिसकविननेस्य इहोमिडासिवाकोविनतनोसिशहिवमूत्रवश्स्पूालसामिणायणमा वामएकावनतडावाला योहाइएकदिनमाहिही कहीदानमसूरीरमारेरणाद्वारिकामायाकंसधाविहारहरयाजिरासिधुनाययादव करयावागगयारयणयारनामसहायताanaaniसातिमापदेकीचचरबोहायावहरनहाकार घरकरणामारीसुरवरवरासंगाराममंदिरपोनिगारानगियुगतानिहाजनविहारााउपरिकनककलसावकारा मरदानासाकिविचरनरगानंगासापरिघापकरनियारातिनियरिइंनिजयरकारारिमासमुहविजयजय / धरणामासाहयगयपायकहरवागाasanarसरदारासमपरलीयपसाराामवादविसाहजरसविचारातिपरत्नकरावण शाधमाधमप्रमअपारानासऊयाररित्रवनाशाचऊदमपनस्पखामिहमाराचिनवनमोहचडावहाराजिनम्याधन२नामकुमार |20॥उरेजनम्पाचनजिनसामसरन नमिजमारनारदघसियागारीनारासविसविचारमंगलबमधुरसतवमरवरावदा 20

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