Book Title: Nemirangratnakar Chand
Author(s): Shivlal Jesalpura
Publisher: L D Indology Ahmedabad

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Page 97
________________ नेमीश्वर-कर केरइ वासई सा संयम लिइ स्वामि सगासिइ ; पेषी करम मरम उल्हासे सं पुहुती सिवपुर-वर-वासे. 142 नेमीश्वर जिनवर जइवंता देस नगरि आगरि विहरंता; देसण-वाणि सरस सोहावइ, पुण्यबीज पुहुवीतलि वावइ. 143 थिर थयिअ उद्धारह सारह, गणहर मुणिवर सहस अढारह, सहस च्यालि अति अनुपम अज्जा सोहइ सा गुणगण करि सज्जा. 144 एक लक्ख सहसा नव सट्ठी सावय समकित धारह सुठी, तिन्नि लक्ख छत्तीस सहस वली, प्रतिबोधी आवी पुहवीतलि. 145 पुहुवीतलि सामी, पूरचा कामी, वरस तिन्नि सइं कूयरपणइ; सई सत्त वरिस जिणि केवलपद पाली प्रगट प्रमोद घणइ. 146 छउमत्थ सुदिन्नह चउप्पन्नह, वरस सहस इग आय भयं; जिन शुचिं मसवाडइ, इसिअ पषवाडइ, अट्ठमि दिहाडइ परम पयं. 147 नवनवकवित्वकुसुमैर्नवनवपरिमलसमूर्छितदिगंते, इति महितो महिमनिधिः श्रीनेमिर्दुरिततरुनेमिः // 148 श्रीमत्सोमगुणव्योम सोमसौभाग्यसुन्दरः प्रज्ञावज्ञातमत्सूरिः सूरिश्री सोमसुन्दरः // 149 श्री सोमसुंदर लब्धिसायर सोमदेवमुनीश्वराः श्रीसोमजय गणधरगिरूआ सुमतिसाधु गुणेश्वराः // 150 142. AC केरे वासे. A लि. AC सामि सगासे. C उल्लासे; पुहती. 143. B जिणवर. BC जयवंता. 144. A अढारह सारह: B उदारह सारह: C अग्यारह सारह. A सहिस च्यारि. BC सहस च्याल. B अनोपम. 145. A लष, B लख. B सहस. A सावइ, B श्रावय. A तिन्नि लख, B तिन्न लक्ख. BC वलि. B आविय. C बोधी आवी पुहवीतलि. 146. B तिन्न सइ, C तिन्न संय. B कुवरपणइ, C कुंअरपणइ. AC जिण. B केवल पाली, C केवलपद पुण पाली. 147. B चउपन्नह, C चुपन्नह. A सहस गआंय भयं. B सुचि. A असीय. A आठमि चाहडइ. 148. A कुसुमै नवनव B कुसमैनवनव...... B मिहितो महिमनिधि श्री नेमिदुरिततरुनेमि. 149. A व्योमसौभाग्यसुन्दरुः / B मा आ कडी नथी. 150. A लछिसायर, C लाछिसायर. A मुनीश्वरा; श्री सोमजइ; गुरूआ; राणेश्वरा. B मा आ कडी नथी.

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