Book Title: Nemirangratnakar Chand
Author(s): Shivlal Jesalpura
Publisher: L D Indology Ahmedabad
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________________ 71 दूहा वेणई वासग जित्त जव जइ पइआलि पठा; जीतां रातां कमल करि जइ जल मांहि नठा. 20 हरि मृग हरि हरि कमल वसतां एकइ ठाइ, हरि जीणइं जीता कुमरि नाठा दह दिसि जाइ. 21 सोहइ सरली नासिका, अति अणीयाली अंखि; भमहि कसिण, भमरा भमइ भूली भमरी भंति. 22 कला बहुत्तरी-परिवरी हरि-मनि वसी अपारि; धन धन ते विहिहत्थडा जेणइ घडी ए नारि. 23 / उग्रसेन अवसर लही बोलइ एहवी वाणिः / " कइ प्रभु, मेलउ नातलं, कइ परिणाविसु प्राणि ? " 24 क्षण इक हरि हीयडइ हस्या, रंज्या वचनि विनाणि; मेलिइ मेलिउं नातलं, चिंतिउं चडिउं प्रमाणि. 25 चिंतिउं चडिउं प्रमाणि, महीयलि विस्तरी वाणि, प्रगटीय हरषह पाणि, आरति टली. 26 धाई धसमस गाई गोरी वली अंतेवारा सोरी, वंछित केशव ! तोरी आशा फली. 27 बइठा बइठा फूटडा जे फांदि काढी, कुंकमि केसरि गाढी, पीली तेहनी दाढी, टीलां करे. 28 B अने C मा छंदनु नाम नथी. 20. A मां आ कडी नथी. C वेणि. B वासिग मित जवा जइ, C पाया लि. B जीतां गतां कल क्रमि. C जीतां रातां कमल कमि जइ अइ जल माहे नठा. 21. A कमलि AB एक AC हरि जाणइ. B दसि. 22. A कसिणि. B भमरा भणइ. 23. AC बहुतरि. A मुनि. B सी अपार. A ते विहहत्थडा, B ते वहिहत्थडा. AC जेणि. 24. A मेलु नातलं 25 AB एक. B हइडइ,C हीअडइ. C वचन. A पछइ मेलिउ. B मेल्यू नातरूं; चीत्यू. चड! 26. B चीत्यू चडयू B महीअली. A प्रगटी. B हरिषषाणि. 27. C धन धसमस. 28. B फूटरा; केसर. AC डाढो. B पीलइ.

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