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इन्दौर आदिके लेख
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तैलगेरेके प्रसन्नपार्श्वदेवके लिए २००० वृक्षोके उद्यानके दानका वर्णन है । इस मन्दिरका उपाध्याय जैन ब्राह्मण चल्ल पिल्ले था जो पाण्ड्यप्रदेशके भुवलोकनाथनल्लूरका निवासी था । ]
[रि० स० ए० १९१६-१७ क्र० ४० पृ० ७४ ]
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इन्दौर म्युजियम ( मध्यप्रदेश )
संस्कृत - नागरी, सं० १३३४ = सन् १२७८
[ इस लेखमें पण्डिताचार्य रत्नकीर्ति द्वारा एक मूर्ति सं० १३३४ में स्थापित किये जानेका उल्लेख है ।
[रि० इ० ए० १९५०-५१ क्र० १२३]
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एटा (उत्तरप्रदेश )
संवत् १३३५= सन् १२७८, संस्कृत - नागरी
[ मूलसंघके गोललतक कुलके कुछ साघुमो द्वारा सवत् १३३५ मे तीन मूर्तियाँ स्थापित की गयी थीं ऐसा इस लेखमें वर्णन है । ] [रि० आ० स० १९२३ - २४ पृ० ९२]
૨૦ कडकोल ( धारवाह, मैसूर )
शक १२०१ = सन् १२८०, कन्नड
[ इस लेखमे मूलसघ के पद्मसेन भट्टारकके शिष्य सावन्त सिरियम गोडकी पत्नी चण्डिगौडिके समाधिमरणका तथा कई गौडो द्वारा एक वसदिको दान दिये जानेका उल्लेख है । तिथि भाद्रपद शु० ६, सोमवार, शक १२०१, प्रमाथि सवत्सर ऐसी है । ]
[रि० स० ए० १९३३-३४ ऋ० ई ५१ पृ० १२३ ]