Book Title: Jain Shila Lekh Sangraha Part 4
Author(s): Vidyadhar Johrapurkar
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 429
________________ नामसूची न्नुपनिाडु ३५८ कर १७९, १८२, १८६-३, कमलदेव १०८, २९१ १९८, २०१ कमलमद्र ७०,२१४-५ कलगनगर २२५ कमालयी १९३, १९७ कलनापुर २०० कमान २५०, २५४ लिगचे ९ कमलापुरम् ७३,३९१ कलिगावण्ड २२६ पवनहल्लि १५६, १६९ कलिदेव ८१, १०९-१०, १२०-१, कम्मराज २८-20 १४२, १८६ पम्मनहल्लि ३५९ कलिमानम् ८८ कम्मरचोद ३८० कलियत्तिगंड ६४ करिनारप्पलबर् ३३९ कलियम्म २५, ३८९-९० परदर १७२ कलिविष्णुवर्वन ६४ करडकल १७९ कलिमट्टि १०८, १७२ क्रन्दै ९९, १४०, १७८, २८९, कलिंग २ ३१३,३३६,३३९, ३४७ क्वलम्वर ८६ करवि २५० क्ने लदेव ४३.४,५४ रिकालत्रीलजिनमंदिर ३५४ कल्याण ८५, ८६,२१४ करिमानी : क्ल्याणर्गति ७४,३८२ गिविहि ७६, ८५ कल्याणवमंत २४ कगज :१,१४-६ क्लप ३५५ कादिवी १६६ क्ल्ल ले ५४ कर्म क्लरस ३०४५ क्लत्ता ४०, २३४, ३४० क्ल्लहल्लि ३६० पलारि २५४, २५६, २६३,३७९ क्ल्लारप्पल्लि २७ सत्रुम्बुर ८ क्ल्वविका ११७ क्चु रि १५९, १७८ क्वडेगोल १६३-५

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