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कोगलि मादिक लेख
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६१६-६१७ कोगलि (वेल्लारी, मैसूर)
क्वड
[इस मूर्तिलेखमें अनन्तवीर्यदेवके शिष्य मोडेयमसेट्टिद्वारा इस मूर्तिकी स्थापनाका उल्लेख है। यहाँके एक स्तम्भपर जिनमूर्तियोके अभिपेकके लिए कई व्यक्तियो-द्वारा दिये गये दानोका उल्लेख है। प्रथम लेखकी तिथि चैत्र शु० १४ रविवार, परिधावि सवत्सर ऐसी दी है।]
[रि० सा० ए० १९१४-१५ क्र० ५२०-२१ पृ० ५३ ]
६१८ मुलगुन्द (धारवाड, मैसूर)
कवड
[ इस लेख में देसिगण-हनसोगे अन्वयक ललितकौति भट्टारकके शिष्य सहस्रकीतिकी मृत्युका उल्लेख है । मुस्लिमो द्वारा पार्श्वनाथवसदिपर आक्रमणके समय उनकी मृत्यु हुई थी।]
[रि० सा० ए० १९२६-२७ क्र० ई ९२ पृ०८]
६१४ कलकेरि (धारवाड, मैसूर )
कवड
[ इस लेखमें मूलसंघ-काणूरगण-तित्रिणी गच्छके भानुकीति सिद्धान्तदेवके शिष्य हलिगावुण्ड-द्वारा कलिकेरके अकलंकचन्द्रभट्टारकके लिए एक वसदिके निर्माण तथा पार्श्वनाथमूर्तिकी स्थापनाका उल्लेख है।]
[रि० सा० ए० १९२७-२८ क्र० ई ५१ पृ० २४ ]