Book Title: Jain Shila Lekh Sangraha Part 4
Author(s): Vidyadhar Johrapurkar
Publisher: Bharatiya Gyanpith

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Page 416
________________ ४१९ मन्दिरों व मूर्तियोंका विवरण ४१२ चरणपादुका (धातु २६०) लेख ऋ० ११२ लेखरहित - शान्तिनाथ (धातु २ इं.), पाश्र्वनाम (धातु २ ई.) [२१] गृहचैत्यालय-श्री विष्णुकुमार हिरासा जोगी, इतवारी ४१३ यक्षिणी (धातु ६ ई.) लेख ऋ० ११ ११४ यक्षिणी ( धातु ५३ ई.) लेख क्र. ५५ लेखरहित - (चौवीसी धातु ३ ई०), महावीर (धातु २६६०) [२२] गृहचैत्यालय-श्री नागोराव गुजावा श्रावणे, इतवारी ४५ सिद्ध (धातु १ ई० ) लेख ३० २८८ ४१६ आदिनाथ (चांदी ३ इं.) लेख क्र. २८८ (दो मूर्तियाँ) ११. आदिनाय (धातु ३ ई.) लेख ऋ० २८८ (दो मूर्तियाँ) ११८ पार्श्वनाय (सोना २ इ० ) लेख ऋ० २७७ ४१९ चौबीसी (धातु ५ ई.) लेख क्र० २३० ४२० चरणपादुका (चाँदी १ ई.) लेख क्र० ३१२ लेखर हत - पार्श्वनाथ (धातु ३६०) (दो मूर्तियाँ), बाहुबली ( धातु ३६०), सरस्वती (धातु २ ई.) [२३] गृहचैत्यालय-श्री गुलाबसा व्यकुसा मिश्रीकोटकर, इतवारी १२१ चन्द्रप्रम (धातु १३ई.) लेख क्र. ४४ ४२२ पाश्वनाथ (धातु ५ई.) लेख क्र. २९० ५२३ यक्षिणी (धातु ३३ इ० ) लेख क्र. १७५ लेखरहित-पार्श्वनाथ (लाल पा० ३ इ.) [२४] गृहचैत्यालय-श्री०हिरासा जिनदास चवड़े, इतवारी ४२५ सिद्ध (धातु । ई० ) लेख क्र० २५८ १२५ पाश्वनाथ (धातु ३ इ० ) लेख क्र. १८६ २९

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