Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 17
________________ (११) पाठ ठा. धर्म की पहचान। १ किसी भी प्राणी को दुःख नहीं देना उसका नाम धर्म । . २ सत्य बोलना सो धर्म ३ किसी की वस्तु विना आज्ञा नहीं लेना सो धर्मः । ४ ब्रह्मचर्य पालन करना सो धर्मः ५ परिग्रह का त्याग करना सो धर्म. ६ शिष्ट पुरुषों को विनय करना सो धर्म. ७ सभ्यता रखना सो धर्म ८ क्रोध न करके क्षमा रखना सो धर्म. ६ लोभ न करके संतोष रखना सो धर्म. १० सरलता (ऋजुता) रखना सो धर्म. ११ कोमलता (मृदुता) रखना सो धर्म. १२ इन्द्रियों को वश में रखना सो धर्म. १३ सुपात्र को दान देना सो धर्मः। १४ यथाशक्ति तप करना सो धर्मः १५ चपलता दूर करके मनको स्थिर करना सो धर्म.

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