Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 44
________________ १ (३८) १८ सामायिक के कपड़े अलंग कपडे में ही बांधना, मुंहपान यदि थूक से गीली होजावे तो सके विना नहीं बांधना. . गीली रहने से समूच्छिम जीव उत्पन्न होते हैं. १९ सामायिक के उपकरण मलीन हो गये हों तो अचेत जल से साफ करना मगर कच्चे पानी से नहीं. पाठ १८वां सामायिक के ३२ ।. दोष. मनके १० दोष. १ अविवेक दोष-सामायिक का लाभ या स्वरूप समझे बिना ओघ संज्ञा से करे सो. २ यशोवांच्छा दोप-सामायिक में यश कीर्तिकी वांछा करे सो. ३ धन वांच्छा दोष-सामायिक में धनकी इच्छा रखे सो. ...४ गर्व दोष-सामायिक का अभिमान करे सो.

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