Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 57
________________ और अच्छा रखना, पानीमें से निकले हुए जानवर जिस जातिका पानी होने उससे विपरीत जाति के पानी में नहीं डालना. . . . ५ छाने के टुकड़े चलनी में छाने विना नहीं जलाना. ६ लकड़ी देख रिना और जमीन पर पट क कर जंतु रहित किये विना नहीं जलाना. . . ७ दीपक को ढके विना.नहीं जलाना. - घी, तेल, गुड़, चीनी तथा खाने के व झूठे अन्न पाणी आदि के वर्तन खुल्ले नहीं रखना. .९ पाना सूके नहीं ऐसे स्थल पर स्नान नहीं करना अथवा पानी ढोलना नहीं १० घर के भीतर अथवा बाहर गंदगी नहीं ____ करना.. . . . . ... ११ जानवर पड़ जावे ऐसे धान्य औषधी आदि वस्तुओं का संग्रह नहीं करना. .

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