Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 58
________________ १५. अव्या बाला सांचा, पलंग, गहा, बनाई - श्रादिप में नहीं डालना... १.३ मी तु में में जानवर निकस नो रन में या मर जाव पस स्थान पर नही डालना.. १४ गंद की गुठली जैसे चीकन पदार्थ घर उधर नही फेकना..... पाठ २३वां दिनचर्या ( पुरुष .. ... वर्ग के लिये. .. .. . १ मातकाल में जल्दी उठने की आदत • ' रखना, चार घड़ी रात्रि शेप रहे जब . ना. . . . .. २ पड़ोसी लोग जागृत होकर पाप कार्य मैं रा होये . उस प्रकार" बोलचाल नहीं करना मगर गुपचुप पवित्र स्थान में पवित्र शरीर से रात्रि प्रतिक्रमण ज्यादा रात्रि होवे तो कुटुंच जागरिका

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