Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

View full book text
Previous | Next

Page 48
________________ Y (४१) १० विमासण दोष-गाल पर हाथ लगाकर ., सांसारिक कार्य का विमासण, शोक, दिलगीरी करे सो. ....... ११ निद्रा दोष-डोला खाचे या निद्रा लेवे • ... सो.... १२ वैयावच्च दोष-विना कारण अंग दवा - सो. ....:.":. :::. ". पाठ १९वां पोषध का विधी.. १. सामायिक के छ: उपकरण पोषध में भी 'चल सकते हैं इसके अलावां विछाने के वास्ते तीन चदर रखना, वहभी सफेद साधारण और स्वच्छ चाहिये । '२ प्रथम जगा पुंछ कर उपकरणों का पं. डिलहण करना.... ३.सांसारिक वस्त्र: उतार कर धर्म के समय ... पहनने ओढ़नेके वस्त्र धारण करना स्त्रियों ... को अपना मामुली पहनाव रखना.. ४ पोषा में कुछ भी खाना पीना नहीं चा:: हिये तम्बाकू भी नहीं सूंघना, चोविहारा वास करना चाहिये.... : ..

Loading...

Page Navigation
1 ... 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67