Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 43
________________ (३७) पर रखना और वाया घुटना खड़ा रखकर तीन नमोत्थुणं कहना. १३. कम से कम दो घड़ी का सामायिक होता है.एकी घडी का नहीं पर बेकी घड़ीका ___ अर्थात् २-४-६-८ घड़ी का होता है. १४ सामायिक के काल में सिवाय धर्म के ___और कोई काम नहीं करना.' १५ सामायिक के काल में धर्म पुस्तक पढ ना, व्याख्यान श्रवण करना, संज्झाय करना, ध्यान, धरना, माला फेरना, धर्मचर्चा, या ज्ञानचचों करना . १६ सामायिकके वचीस दोष टालकर शुद्ध सामायिक करना. . . १७ दो घडी या चार घडी पूर्ण होने के वाद सामायिक पारना होवे तब लोगस्स पर्यंत पूर्ववत् पढ़ जाना" करेनिभंते" के बजाय पारने की विधि का पाठ बोलना और . अंत में तीन नमोत्थुणं कहना.

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