Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

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Page 24
________________ (१८.) .धर्मस्थान में बाजे नहीं वजाना और ___ गान नाच कराना नहीं.. .... ९ धर्मस्थान में वेवीशाल, विवाह आदि .. कार्य नहीं करना. . . १० धर्मस्थान में क्रय विक्रय अथवा लेन देन सम्बन्धी व्यवहार नहीं करना.. ११ धर्मस्थान में घर सम्बन्धी तथा व्यापार , 'सम्वन्धी कोई भी कार्य नहीं करना. . १२. धर्मस्थान में तास, चौपड़, गिल्लीदंडा 'बेटबॉल आदि खेलना नहीं. . १३ धर्मस्थान में जिमणवार, मिजमानी, - 'चापार्टी आदि करना करांना नहीं. १४. धर्मस्थान में स्नान मंजन सिर गुंथन हजामतं आदि शरीर शुश्रूषा के कार्य करना नहीं. . . . . .:. १५ धर्मस्थान में भरत, गुंथन, सीना आदि सांसारिक कार्य नहीं करना. १६.धर्मस्थान में तम्बाकू, पान, सुपारी, आदि नहीं खाना. ३

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