Book Title: Jain Shikshan Pathmala
Author(s): Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar
Publisher: Jain Pustak Prakashak Karyalaya Byavar

View full book text
Previous | Next

Page 32
________________ २.व्याख्यान के प्रारंभ औरः समाप्ति के ... समय भी खड़े होना. . .. .. ३ व्याख्यान समाप्त होवे जब कुछ भी .. व्रत नियम करना..... : ... . ४ व्याख्यान के विचमें बोलचाल नहीं . करना ५ पच्चखाण लेना हो तो. नियत समय पर एक ही साथ पच्चखाण ले लेना .. • पर वार, वार व्याख्यान में विघ्न नहीं, ....डालना......: ....... ... ... . ६ व्याख्यान के अंदर किसी के साथ ..वातालाप नहीं करना. ..... . .७.व्याख्यान के अंदर उठ बैठ नहीं करना. .८ व्याख्यान के अंदर स्त्रियों के प्रति वि. कार दृष्टि से नहीं देखना ६ व्याख्यान के अंदर इधर उधर दृष्टि ... नहीं फिराना......:.: . . १० व्याख्यान के अन्दर आलस्य मरोड़ना नहीं सोना नहीं और झोके नहीं खानाः .

Loading...

Page Navigation
1 ... 30 31 32 33 34 35 36 37 38 39 40 41 42 43 44 45 46 47 48 49 50 51 52 53 54 55 56 57 58 59 60 61 62 63 64 65 66 67