________________
( १५ ) पक्ष के खंडन करने में असमर्थ हो गए। सभापति ने नय की ध्वजा हमारे हाथ में दी-अनेक लोगों ने ईश्वर कर न भ्रम को छोड़ दिया। अव यहां पर जैन सभा की स्थापना हो गई है ।
प्रति रविवार समा लगती है जिस से धर्म प्रचार खूब ही हो रहा है।
भवदीय____ "मन्त्री-जिनेश्वरदास-सिंहल द्वीप श्रीयुत मन्त्री जी जय जिनेन्द्र ! __ प्रार्थना है कि-माप की सभा के उपदेशक पण्डित श्रीयुत.................."। यहां पर पधारे उन्हों का एक सार्वजनिक व्याख्यान "जैन संस्कार विधि" पर कराया गया सभा में लोगों की सख्या अतीव थी लोगों ने जैन संस्कार विधि को सुन कर अति हर्ष प्रकट किया ।
और आनंद का विषय यह हुआ कि लाला "प्रमोदचंद्र" जी ने अपने मुपुत्र “शान्ति कुमार का जैन संस्कार विधि के अनुसार विवाह किया है और १००० सहस