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हैं इतनी बातें होते ही सभा का काम भारम्भ किया ___ गया सभा की भजन मण्डली ने बड़े मुन्दर भजन गाने
भारम्भ कर दिये जिनको सुनकर प्रत्येक जन हर्पित होता था। भजनों के पश्चात् सभापति अपने नियत किये हुये भासन पर बैठ गये। तब मंत्री जी ने वाहिर से भाये हुये पत्रों को पढ़कर सुनाया जिनमें दो पत्र अवीव उपणेगी थे वह इस प्रकार सुनाये गये। श्रीमान् मन्त्री जी जय जिनेन्द्र देव !
विनय पूर्वक सेवा में निवेदन है कि आप नी सभा के उपदेशक पण्डित ...................... साहिब कल दिन यहां पर पधारे उन का एक पाम (प्रकट) व्याख्यान करवाया गया अन्यमतावलम्बियों के साथ ईश्वर कर्तृत्व विषय पर एक बडा भारी संवाद हुआ नियम विपय पूर्वक प्रवन्ध किया हुआ था उन की ओर से दो सन्यासी पूर्व पक्ष में खड़े हुए थे हमारे पण्डित जी उत्तर पक्ष में खड़े हुए ये सात दिन तक नियम बद्ध शास्त्रार्थ होता रहा अंत में उन सन्यासियों ने इस पूर्व पक्ष को उपस्थित किया कि फल प्रदाता ईश्वर
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