Book Title: Jain Agam Prani kosha
Author(s): Virendramuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 24
________________ 10 जैन आगम प्राणी कोश उक्कड़ [उत्कट] प्रज्ञा. 1/50 जम्बू 3/31 A kind of Insect-कीट की एक जाति। देखें-हालाहल - उक्कोस [उत्क्रोश] प्रश्नव्या. 1/9 White-bellied-seaeagle-कोहासा, समुद्री उकाब, उत्क्रोस। उक्कल [उक्कल] Spider-मकड़ी, उक्कड़, अष्टपद, उत्कल। आकार-लगभग 2 मिली मी. से 9 से.मी. तक लम्बा। लक्षण-चपटा, गोल अथवा लम्बा शरीर। शरीर का रंग भूरा से लेकर काला तक। आंखों की संख्या आठ तक होती है। तार कातने के लिए शरीर में तकुए या स्पिनरेट होते हैं। विवरण-विश्व भर में इनकी 20,000 प्रजातियां पाई जाती हैं। इसके वास्तविक जबड़े नहीं होते। यह Tarantela Trapdoor spider आकार-सामान्य चील से कुछ बड़ा।।। लक्षण-शरीर का ऊपरी रंग भस्मी-भूरा। सिर, ग्रीवा, निचला भाग एवं दुम का अंतिम अंश बिल्कुल सफेद होता है। चोंच छोटी, मुड़ी हुई एवं मजबूत। विवरण-भारत और आस्ट्रेलिया में पाए जाने वाला arden spider यह पक्षी अकेले या जोड़ों में समुद्रतट के आस-पास अपना भोजन चूसता है। जब यह किसी कीड़े को देखा जाता है। हवा में उड़ते समय इनके दोनों पंख पकड़ता है तो अपने विषदंतों से कीड़े में थोड़ा-सा विष पृष्ठरेखा से ऊपर जाकर Vजैसी आकृति में स्थित रहते डाल देता है। लेकिन ज्यादातर मकड़ियों में इतना विष हैं। समुद्री सर्प के लिए यह एक खतरनाक प्राणी है। नहीं होता कि मनुष्य को हानि पहुंचा सकें। ब्लैक विन्डो, ऊंचे स्वर वाली विशिष्ट नास्य वाली कुडकुडाहटबुल्फ स्पाइडर आदि मकड़ियां खतरनाक होती हैं। इनके केंक-केंक-केंक जल्दी जल्दी दोहराता है। काटने पर मानव बीमार पड़ जाता है। ब्लैकविंडो का [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-K.N. Dave पृ. बनाया रेशम इतना मजबूत होता है कि इसे मूल लम्बाई -212, भारत के पक्षी, सचित्र विश्व कोश, Nature] से 27 प्रतिशत और खींचा जा सकता है और यह टूटता नहीं। कुछ मकड़ियां बिल खोद कर उसमें कई सुरंगें उग्गविस [उग्रविष] ज्ञाता. 1/9/20 प्रज्ञा. 1/70, बना कर रहती हैं। मकड़ी एक बार में इतना खा लेती The Snake of Fowerfull Poison-उग्रविष है कि वह कई दिनों तक पर्याप्त होता है। (तीव्र विष वाले) [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-सचित्र विश्व कोश, आकार-3-16 फीट लम्बा। Nature, Encyclopedia in Colour, विश्व के लक्षण-उग्रविष वाले सर्पो में विष दंत आगे की ओर विचित्र जीव-जंतु] रहते हैं। देखने में भयानक तथा शीघ्र कुपित होने वाले उक्कलिय [उत्कलिक] ठाणं. 3/77 प्रज्ञा. 1/50 सर्प हैं। इन सर्यों में विष की ग्रंथियां अन्य सों की उत्त. 36/137 अपेक्षा बड़ी होती हैं। A Kind of Spider-मकड़ी की एक जाति। विवरण-यूरोप को छोड़कर अन्य सभी महाद्वीपों में देखें-उक्कल उग्रविष वाले सर्प पाए जाते हैं। सर्प-दंश द्वारा जितने Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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