Book Title: Jain Agam Prani kosha
Author(s): Virendramuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

View full book text
Previous | Next

Page 107
________________ जैन आगम प्राणी कोश [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-विश्व के विचित्र जीव-जंतु ॥] सिरीसिवा [ सरीसृपा ] सू. 1/7/15 Komodo-Dragon - जलसर्प आकार - राक्षस के समान आकार वाला जलचर सर्प । लक्षण - मुख से ज्वाला निकालने वाला यह प्राणी 7 से 10 मी. तक लम्बा होता है। जिह्वा सामान्य सांप की भांति दो भागों में विभक्त होती है। शरीर का रंग चमकता हुआ लाल होता है। विवरण - यह महासमुद्रों में पाया जाता है। फ्रेंच के प्राणिशास्त्रज्ञ ने इसे सर्वप्रथम 1959 में देखा । यह अपने शिकार एवं रक्षा के लिए मुख से भयंकर ज्वाला निकालता है । [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य - Man and animals सूत्र. चूर्णि पृ. 158] सिवा [शिवा] उत्त. 22/4 अनु. 323 Female Jackal- सियारनी देखें - कोल्लग se सिहि [शिखिन् सू. 1/11/27 भग 7/123 ज्ञाता. 1/1/29 Common Peafowl - मोर, मयूर । देखें-ढ़ेलियालग सिहि [शिखिन् सू. 1/11/27 भग 7/123 ज्ञाता. 1/1/29 Red Jungle Fowl-मुर्गा | देखें- कुक्कुट Jain Education International Saye सिहीमच्छ [शिखीमत्स्य] सू. 1/11/27 A Fish having A Long Pointed Mouth - नोकीली थूथन वाली मछली, तेगा-मछली, शिखीमत्स्य । आकार - 10-15 फीट तक की लम्बाई वाला मत्स्य । लक्षण - शरीर का रंग कुछ काला। ऊपरी थूथन आगे की ओर बढ़कर तलवार की भांति लम्बा और नुकीला होता है। विवरण - समुद्रों में पाया जाने वाला यह मत्स्य अत्यन्त खतरनाक होता है। नुकीली थूथन के माध्यम 93 से यह शिकार करता है। शिकार के समय में अपने शरीर को तेजी से आगे की ओर बढ़ाकर किसी मछली के शरीर में या अन्य प्राणी के शरीर में अपना नुकीला थूथन गड़ाकर उसे चट कर जाता है । [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य- रेंगने वाले जीव, जानवरों की दुनिया ] सीह [सिंह] प्रश्नव्या. 1/6 प्रज्ञा. 1/66 जम्बू. 2/15 Lion - शेर, सिंह आकार - बाघ की अपेक्षा छोटा । लक्षण - चर्मावरण का रंग रेतिया भूरा या हल्का पीला होता है, जिसमें कोई निशान नहीं होता। जबकि इसके बच्चों पर धब्बे तथा लकीरें होती हैं। इनकी श्रवण शक्ति अत्यंत विकसित होती है। सिंह के अयाल होती है । सिंहनी के अयाल नहीं होती । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 105 106 107 108 109 110 111 112 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134 135 136