Book Title: Jain Agam Prani kosha
Author(s): Virendramuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 110
________________ 96 जैन आगम प्राणी कोश सेहा सेधा] प्रज्ञा. 1/76 सू. 2/3/80 प्रश्नव्या. 1/8 Hystrix, Porcupine-साही, सेही। आकार-लगभग 56 से.मी. लम्बा तथा 5-6 से.मी. लम्बी पूंछ वाला प्राणी। सोत्तिय [शौक्तिक] प्रज्ञा. 1/49 A kind of pearn Oyster-सौत्रिक, सीप की एक जाति। देखें-सिप्पिय सुणी [शुनी] सू. 1/3/8 प्रज्ञा. 11/23 Bitch-कुतिया देखें-साण (श्वन्) सूयर [शूकर] उत्त. 1/56 सू. 1/3/36 उवा. 7/50 Pig-सूअर देखें-कोल और कोलसुणग लक्षण-शरीर पर काफी बड़े-बड़े कांटे होते हैं जो सिरे सुभगा शुभगा] प्रज्ञा. 1/50 जम्बू. 4/164 पर हुकों की तरह मुड़े होते हैं। इनके तेज दांत कठोर A Kind of Insect-सुभग, त्रपुषमिंजका की एक वस्तुओं को भी कुतर देते हैं। जाति। देखें-तउसमिंजिया विवरण-यह एक शाकाहारी, सीधा-सादा और सुस्त प्राणी है। इसको दुश्मन के आक्रमण का भय नहीं होता। सुईमुह [शुचीमुख] प्रश्नव्या. 1/9 जरा सी आहट होते ही यह अपने नुकीले कांटे खड़ा Baya, कर लेता है। शेर भी इससे घबराता है। जब शेर इसको Weaver पंजा मारता है तो पंजों में कांटे चुभ जाते हैं। दर्द के Bird- बया, कारण शेर कराह उठता है। कांटा मांस के अन्दर टूट शुचिमुख। जाने पर और शरीर में जहर फेल जाने से शेर की मृत्यु आकार-गौरेया तक हो जाती है। साही पेड़ की लकड़ी और छाल के से मिलताअन्दर का हिस्सा विशेष रुचि से खाता है। यह दिन जुलता पक्षी। के समय बिल में रहता है और रात्रि के समय भोजन लक्षण-शरीर की तलाश में निकलता है। का रंग भूरा गेहुंआ। ऊपर सोंडमगरा [शोण्डमकरा] प्रज्ञा. 1/59डया गहरी धारियां [A Alligator having a Trunk] A kind of और नीचे का Alligator-शौण्डमकर (मगरमच्छ की एक जाति) हिस्सा सफेद विवरण-शौंडमगर मगर की एक जाति है। इनका गेहुंआं होता है थूथन सामान्य मगर से कुछ भिन्न तथा हाथी के सूंड इसकी दुम के समान लम्बा होता है। इनकी पूंछ इतनी शक्तिशाली छोटी-चौड़े सिरे होती है कि ये प्राणियों को पूंछ से धक्का देकर पानी वाली शंकु रूपी में गिरा देते हैं। और काफी [शेष विवरण के लिए द्रष्टव्य-मगर] मजबूत होती है। Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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