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डालकर यह उसका रस चूसता है। और रस के साथ रहने वाले कीट को भी खा जाता है। विवरण- भारत, पाकिस्तान और बंगलादेश में पाए
जाने वाले शकर खोरे की मुख्य तीन प्रजातियां हैंयैलोबेकर्ड सनवर्ड, पर्पल सनवर्ड व पर्पल रम्पर्ड सनवर्ड । इसका घोंसला बया की तरह लटकने वाला होता है। शकरखोरे बगीचों, कुन्जों, झाड़-झंखाड़ वाले क्षेत्रों व हल्के पर्णपाती जंगलों में रहना पसंद करते हैं। उड़ते समय तेज व तीखी विच विच की ध्वनि से पहचाने जाते हैं ।
[विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य - K. N. Dave पृ. 114]
भिंग [भृंग] औप. 19 राज. 26 जीवा. 3/279 A Black bee - भंवरा देखें-छप्पय
भिंगारग [भृंगारक] औप. 6 जीवा. 3/275 जम्बू. 2/12
The Black Drongo, King Crow-भुजंगा, कोतवाल, भृंगारक ।
आकार
-बुलबुल से कुछ बड़ा।
लक्षण - शरीर का रंग एकदम चटक चमकीला काला ।
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पूंछ लम्बी एवं बीच से काफी फटी हुई । आंखों का रंग लाल । नर-मादा दोनों एक जैसे प्रतीत होते हैं।
विवरण- भारत,
पाकिस्तान आदि में इसकी
• मुख्य चार प्रजातियां पाई जाती हैं। जिनमें भृंगराज और भुजंगा प्रसिद्ध है । यह कई तरह की कर्कश तथा डराने-धमकाने वाली आवाजें निकालता है ।
वैज्ञानिक भाषा में इसे
जैन आगम प्राणी कोश
डाइकूरस एहसिमिलिस (बैक्सटीन) कहते हैं 1 [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य - K. N. Dave पृ. 62-63]
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भिंगारी [भृंगारिण] उत्त. 36/147 Cricket-भृंगरीटक देखें- झिल्लिया
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भेणासि [भेणासि] प्रश्नव्या. 1/9 Indian Lorikeet-भोरा, भोअरा, लटकन, भेणस । आकार - घरेलू गौरेया से कुछ बड़ा । लक्षण - छोटा, सुन्दर, चमकीला और घास जैसे हरा
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तोता। पूंछ छोटी एवं चौकोर । विवरण- भारत और लंका में पाया जाने वाला यह एक 'शाकाहारी पक्षी है। लंका लोरिक्यूलस वेरीलाइस नामक पक्षी का शिखर गहरा लाल और नेप नारंगी होता है।
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