Book Title: Jain Agam Prani kosha
Author(s): Virendramuni
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 55
________________ जैन आगम प्राणी कोश आसान कार्य नहीं होता। भारतीय गोहों में कबरा गोह सबसे बड़ी एवं खतरनाक होती है। इंडोनेशिया महाद्वीपों में पाया जाने वाला कोमोदो ड्रैगन विश्व का सबसे बड़ा गोह है। इसकी लम्बाई 3 1/2 मी. तक होती है। यह बहुत शक्तिशाली एवं भयंकर होता है । विमर्श : राजनिघंटु पृ. 562 में गोह को घड़ियाल का पर्यायवाची माना है । गोह [गोध] सू. 2/2/58 भग. 8/222 प्रश्नव्या. 2/12 प्रज्ञा. 1/76 Yellow wagtail-पीलक, पानपीलक, पीलाखंजन । आकार - गौरेया से कुछ छोटा । लक्षण - शरीर के ऊपरी भाग का रंग पीला-हरा या जैतूनी हरा, नीचे का रंग पीला एवं पूंछ लम्बी होती है। विवरण- विश्व भर में इसकी लगभग 5 प्रजातियां पाई जाती हैं। यह दलदल वाले खेतों तथा चारागाहों में दुम ऊपर नीचे झटकता हुआ कूदता भागता रहता है । यह बड़ी सतर्कता के साथ जल्दी-जल्दी पंख फड़फड़ाने के बाद रुक-रुक कर लहरदार घुमाव में चक्कर लगाता रहता है। [विशेष विवरण के लिए द्रष्टव्य - K. N. Dave पृ. 41 yellow wagtail] घरोइल [गृहकोकिल] सू. 2/3/80 प्रज्ञा. 1/76 Kind of Lizard-छिपकली की एक जाति, घरेलू छिपकली । देखें - कमेड (छिपकली) Jain Education International घुण [घुण] ठा. 4/56 Wood Worm, A Weevid - घुण देखें - कट्ठाहार घूय [घूक] ज्ञाता. 1/8/72 प्रश्नव्या. 3/9 Indian Great Horned Owl उल्लू, घुग्घू देखें-उलूक घुल्ला [घुल्ला] प्रज्ञा. 1/49 A kind of Shell - घोंघरी, छोटा शंख। Commod देखें-संख और संखनग JEGS घोडग [घोटक] सू. 2/2/22, प्रज्ञा. 1/63 Horse घोड़ा। देखें - अस्स (अश्व) 41 चउरग [चकोरक] प्रश्नव्या 1/9 Common or Blue Legged busTurd-Quail विषसूचक, चलचंचु, चकोर । आकार - बरसाती बटेर की अपेक्षा छोटा ! लक्षण - शरीर का ऊपरी भाग बादामी भूरा तथा नीचे का भाग जंग जैसा धूमिल पीला होता है। चिबुक, कंठ और वक्ष काली धारियों से भरा होता है। मादा बड़ी और अधिक रंग-बिरंगी होती है। नीली-धूसर चोंच, पीले पैर तथा सफेद आंखें इसके विशिष्ट लक्षण हैं । विवरण - विश्व में इसकी लगभग 8 प्रजातियां पाई जाती हैं। मादा अन्य मादाओं को डराने-धमकाने तथा नर को अपनी उपस्थिति की सूचना देने के लिए ढोल जैसी भारी डर-र-र-र-र की आवाज निकालती है। प्राचीन कहावत के अनुसार चकोर एक पहाड़ी तीतर है, जिसको चंद्र प्रिय है तथा अंगारे खाने के लिए प्रसिद्ध है। वर्तमान प्राणी शास्त्रियों के अनुसार अंगारे खाने की कहावत सत्य नहीं है । चंदण [चंदन] प्रज्ञा. 1/49 उत्त. 36/129 Chandana-चंदनिया, अक्ष। आकार - 3-4 इंच लम्बा । For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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