Book Title: Dharm Sangrahani Part 02
Author(s): Ajitshekharsuri
Publisher: Adinath Jain Shwetambar Jain Mandir Trust

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Page 20
________________ लोगम्मि उ णिगिणतं लोगेवि एस भोत्ता वज्झाणवि उवगारो वत्थमिह जायणाओ वत्थादिगंपि धम्मो. वनियकम्मस्स वयणं पि ण रागादी वाणिज्जुचियकलाए विधुरतं च विसेसाण विनाणमेत्तपक्खे विवरीतण्ण वि णेसो विसओ य भंगुरो विसहा मि अहं. वीवाहे तह गब्भाहाणे वुड्डपरंपरतो च्चिय वेज्जगजोतिससत्थं . वेदणीयस्स उ वेययतो पतिसमयं वोसिरिएिसु न१०५१ संजमजोगनिमित्तं संजमपालणहेतु संदिद्धा य विवक्खा संपत्ती य इमस्सा संमत्तंपि य तिविह संमुच्छणा ण जायति संयोगोऽवि य संसारविरत्तमणो सइचरणविग्धमउलं सड़ सव्वत्थाभावे सज्झायझाणकरणे सततं ण देति सति असति वावि सति तम्मि सव्व सत्ताओ अन्नत्ते सत्थत्थंमि य एवं सत्थत्थम्मिवि एवं सत्थे पडिसिद्ध चिय सपरोभयपावातो समएतरधम्माणं समणाण माहणाणं समणादीणं नो समताधम्मविसिट्ठ ११२९ 245 समवायलक्खणेणं ५९७ 23 समुदितमुभयं सव्वं गाथाङ्क पृष्ठ सम्मत्तनाणचरणा ८८० 154 सम्मत्तनाणचरणा .१०२५ 207 सम्मेतरचेट्ठाणं १०१६ 203 सयमिह मिच्छदिट्ठी ७५१ 94 सयलातीतावत्था १२८३ 305 सव्वं कयगं ९४२ 177 सव्वं च जाणइ कहं १२२४ 283 सव्वं च जाणड तओ ७२४ 84 सव्वं तिकालजुत्तं १२७४ 301 सव्वं सामण्णविसेस ११७१ 259 सव्वण्णुणो अहऽण्णो ९०१ 163 सव्वण्णुविहाणम्मि ८८३ 155 सव्वद्धा विग्धकरं १३०९ 315 सव्वन्नुभूमिगं १३०८ 315 सव्वविसयं ति माणं ७४७ 93 सव्वविसयं च एतं ७७० 102 सव्वागमपसिद्धं 217 सव्वेसिं एगत्ते गाथाह पृष्ठ सव्वेसिं फल १०६० 220 सहकारिहेतुविरहा १०९४ 233 सा किं सहावतो १२९२ 309 सागारअणागारं ७५० 93 सागारमणाभारं ७९६ 113 साणादिरक्खणट्ठा १०३१ 209 सातासाताणुभवो ६५१ 50 सामन्नमिह कहंची १०५८ 220 सावेक्खया य दाणाद. ९७२ 187 साहुणिवासो तित्थ. ८७२ 151 साहुणिवासा सद्धम्म, ८७५ 152 सिज्झंति व तुस. .१३४३ 331 सिय अवयवी ११८२ 264 सिय अघडमाण ११४९ 252 सिय अच्चित्तो उ ११९४ 271 सिय अह जो जो ८६५ 148 सिय इतरस्व स. ८८६ 156 सिय चरमए च्चिय ९०३ 163 सिय चरम चेव ९६५ 185 सिय जो ममत्तरहिओ १३६७ 339 सिय णाणुमओ एसो ९२८ 172 सिय तं उभया. ९४४ 178 सिय तकालम्मि १३६५ 338 सिय तग्गुणरहितोवि ६६१ 53 सिय तत्तुल्लागाररं १३६१ 337 सिय तब्बुद्धिनिमित्ता ७४९ १३ सिय तस्सुवासग ९१९ 169 सिय तस्सेवाभावा १२०१ 274 सिय तस्सेस ८०३ 117 सिय तहवि परिट्ठवणा १३१७ 318 सिय थोवं संमुच्छण ५७३ 13 सिय पत्तम्मिवि ११४६ 251 सिय पावई अणिद्रं १२०४ 276 सिय भंतिमेत्तमेयं १३१५ 317 सिय विहियाणदाणं १२१४ 280 सिय सव्वक्खोव १२७३ 301 सिय सुहपगरिसस्वो १३७२ 341 सुत्तस्स अथवत्ता ९५९ 183 सुविणादिसु तीए १३०६ 314 सुहझाणस्स उ नासे ११५१ 252 सुहदुक्खाणुहवातो १२३३ 287 सुहपरिणामत्तणओ ९६७ 185 सहमादी जीवाणं ११९१ 270 सेसकला रहिओ च्चिय ५७८ 16 सेसाण तु हरियव्वं ८४७ 141 सेसा अणब्भुवगमा ७६४ ११ सो इंदियदारेणं ६८७ 66 सोऊण आगमत्थं ६६६ 58 सो खलु तस्सागारो ११०४ 237 सो चिय निग्गच्छंतो ५८२ 18 सो तत्थ परिस्समति १३६२ 337 सो दव्वसंजमेणं १०१९ 204 सो पुण तस्स ८७३ 151 सो भावो त्ति ८७४ 151 सो भावो त्ति ११३३ 246 सो सव्वहेव तप्फल. ६५९ 53 सो सो चेव ण ७०८ 74 १०९२ 232 हंत अमुत्तत्तम्मि १२८० 304 हत्थप्पत्तम्मि फले ५६१ 7 हरिऊण य परदव्वं ८३४ 134 हरिएवि पुव्वगं १०६७ 224 हाणी य अणुत्तस्सा ९९० 193 हेउअभावो य तओ ९९६ 195 हेयोवादाणाओ ६७९ 63 होति य पतिभाणाणं १३०५ 313 ११२१ 242 ६४४ 47 ७२५ 85 १०१३ 202 १२९३ 309 ५९२ 21 १०९७ 234 १०३३ 210 १०८३ 230 १०६३ 222 ७२१ 83 १०१० 201 ७२७. 86 १२४४ 291 १२७० 300 १२८५ 305 १०२९ 208 ५४८ 2 ८२१ 126 ८५८ 146 ९२७ 172 ९२१ 172 १०९६ 234 १२०८ 278 १३७५ 342 ६४२ 47 १०७३ 226 ७८९ 111 ७७७ 104 ७८२ 106 ५६४१ ७०२ 72 १११९ 241 १३०२ 312 गाथाङ्क पृष्ठ ६६० 53 ११३२ 246 ९५३ 181 ९३२ 173 ६५३ 51 ७६७ 100 ८९२ 159 १२१० 279

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