Book Title: Devta Murti Prakaran
Author(s): Vinaysagar, Bhagvandas Jain, Rima Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy

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Page 254
________________ 218 देवतामूर्ति-प्रकरणम् Ishvar. He is white in colour and has a bull for his mouni. Hc holds a citron, a mace, a goad and a lotus, respectively, in his four hands. (38). . ११. मानवी देवी चतुर्भुजा गौरवर्णा मानवी सिंहवाहना। अङ्कुशं वरदं हस्तं नकुलं मुद्गरं तथा ॥३९॥ मानवी नाम की यक्षिणी चार भुजा वाली, गौर वर्ण वाली और सिंह की सवारी करने वाली है। भुजाओं में अड्डश, वरद मुद्रा, न्यौला और मुद्गर को धारण करती है। _The four-armed, whitc-complexioned, accompanying: yakshini, Manvi, rides on a lion. The attributes in her hands åre a goad, the Varad hasta (blessing modc), a mongoose. and. a mudgar respectively. (39). १२. कुमार यक्ष वासुपूज्ये कुमारः स्यात् श्वेतो वै हंसवाहनः। मातुलिङ्गं च बाणं च धनुर्न कुलमेव च ॥४०॥ बारहवें वासुपूज्य तीर्थंकर के शासन में कुमार नाम का यक्ष है, वह सफेद वर्ण वाला और हंस की सवारी करने वाला है। चार भुजाओं में क्रम से बीजोरा, बाण, धनुष और न्यौला को धारण करता है। Lord Vasupujya is attended by the yaksha named Kumar. Kumar rides on a swan and is white in colour. He holds a citron, an arrow, a bow and a mongoose, respectively, in his four hands. (40). १२. प्रचण्डा देवी प्रचण्डा श्यामवर्णा स्याद् अश्वारूढा चतुर्भुजा। ___ वरदं च तथा शक्तिर्गदाम्बुजमनुक्रमात् ॥४१॥ 1. मु. में 41 वां पद्य नहीं है।

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