Book Title: Devta Murti Prakaran
Author(s): Vinaysagar, Bhagvandas Jain, Rima Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy

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Page 302
________________ 264 other three hands. She bestows joy. (86). ७. महाधेनु देवी वरपद्यवीणापुस्तकं महाधेनुश्च नामतः । वरद, कमल, वीणा और पुस्तक को अपनी चारों भुजाओं में धारण करने वाली महाधेनु नाम की सरस्वती देवी है । . (vii) Mahadhenu = Mahadhenu is the name of the Saraswati goddess who has one hand in the Vara mode and grasps a lotus, a Veena and a book in her other hands. ( 87a). ८. वेदगर्भा देवी वरं च पुस्तकं वीणां वेदगर्भा तथाम्बुजम् ॥८७॥ वरद, पुस्तक, वीणा और कमल को धारण करने वाली वेदगर्भा नाम की सरस्वती देवी है। देवतामूर्ति-प्रकरणम् (viii) Vedagarbha = Vedagarbha has one hand in the Vara pose and the remaining three holding a book, a Veena and a lotus (87): ९. ईश्वरी देवी अक्षं तथाभयं पद्मं पुस्तकेनेश्वरी भवेत् । माला, अभय, कमल और पुस्तक को धारण करने वाली ईश्वरी नाम की सरस्वती देवी है। (ix) Ishwari = Holding a rosary in one hand, with the second raised in the Abhay mode and a lotus and a book, respectively in the other two hands, is Ishwari. ( 88a). १०. महालक्ष्मी देवी *. अभयाक्षं' पुस्तकं च महालक्ष्मीस्तथोत्पलम् ॥८८॥ अभय, माला, पुस्तक और कमल को धारण करने वाली महालक्ष्मी नाम मु. अक्षं पद्मं ।

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