Book Title: Devta Murti Prakaran
Author(s): Vinaysagar, Bhagvandas Jain, Rima Jain
Publisher: Prakrit Bharati Academy

Previous | Next

Page 263
________________ देवतामूर्ति-प्रकरणम् Yellow-hued Ambika rides on a lion. She has a mango a son in her hands. branch, a Nagapasha noose, a goad and (63). २३. पार्श्व यक्ष 227 पार्श्वः श्रीपार्श्वनाथस्य कूर्मारूढो गजाननः । बीजपूरोरगं नागं नकुलं श्यामवर्णभृत् ॥६४॥ तेईसवें श्री पार्श्वनाथ तीर्थंकर के शासन में पार्श्व नाम का यक्ष है। वह कछुआ की सवारी करने वाला, हाथी के मुख वाला और कृष्ण वर्ण का है। उसकी चारों भुजाओं के शस्त्र बीजोरा, उरग, साँप और न्यौला हैं । The elephant-faced yaksha Parshva attends on Lord Shree Parshvanath. Parshva rides on a tortoise. He is dark in colour. In his hands are a citron, a Uranga snake, a Naga snake and a mongoose.(64). २३. पद्मावती देवी— पद्मावती रक्तवर्णा ‘कुक्कुटस्था चतुर्भुजा । पद्मं पाशाङ्कुशं बीज-पूरं हस्तेषु कारयेत् ॥६५ ॥ पद्मावती नाम की यक्षिणी लाल वर्ण की, कुर्कुटजाति के साँप की सवारी पाश, अङ्कुश और बीजोरा इन करने वाली और चार भुजा वाली है। वह कमल, शस्त्रों को धारण करती है । Four-armed Padmavati yakshini is red like blood in colour. . Her mount is a Kukkuta cock. She holds a lotus, a noose, a goad and citron in her hands. ( 65 ). २४. मातङ्ग यक्ष— महावीरस्य मातङ्गः श्यामः स्याद् गजवाहनः । दक्षिणे नकुलं हस्ते वामे स्याद् बीजपूरकम् ॥६६ ॥ चौबीसवें महावीर तीर्थंकर के शासन में मातङ्ग नाम का यक्ष है। वह

Loading...

Page Navigation
1 ... 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272 273 274 275 276 277 278 279 280 281 282 283 284 285 286 287 288 289 290 291 292 293 294 295 296 297 298 299 300 301 302 303 304 305 306 307 308 309 310 311 312 313 314 315 316 317 318